Trump Assassination Attempt: हाल ही में हुए चुनावों के बाद जनवरी में व्हाइट हाउस लौटने वाले डोनाल्ड ट्रम्प पर तीसरी हत्या की साजिश का मामला सामने आया है। ईरानी लिंक वाले 'एसेट' फरहाद शकेरी पर ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) द्वारा ट्रम्प की हत्या की साजिश रचने का आरोप लगाया गया है। इससे पहले जुलाई में पेंसिल्वेनिया रैली में ट्रम्प के कान को एक गोली छूते हुए निकल गई थी। बता दें कि अमेरिका ने आईआरजीसी को आतंकी संगठन घोषित किया हुआ है। 

US लीडर्स की हत्या की साजिश को लेकर बड़ा दावा
अमेरिकी न्याय विभाग ने फरहाद शकेरी (51) को "ईरानी एसेट" बताते हुए दावा किया कि उसे 7 अक्टूबर को IRGC द्वारा ट्रम्प की हत्या की साजिश रचने का आदेश मिला था। अटॉर्नी जनरल मेरिक गारलैंड ने कहा कि शकेरी ईरानी एजेंसी (IRGC) के उस व्यापक प्रयास का हिस्सा था, जिसमें अमेरिकी नेताओं को निशाना बनाने के लिए अपराधियों के साथ मिलकर काम किया जा रहा था। 

अमेरिकियों की हत्या की साजिश पर क्या बोली FBI?
एफबीआई डायरेक्टर क्रिस्टोफर रे ने भी ईरान द्वारा अमेरिकी नागरिकों, मौजूदा और पूर्व अधिकारियों को निशाना बनाए जाने को गंभीर और असहनीय खतरा बताया। उन्होंने कहा, "इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स अपराधियों और हमलावरों के साथ मिलकर अमेरिकी धरती पर अमेरिकियों को निशाना बनाने और उन्हें गोलियों से भूनने की साजिश रच रहा है और इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।"

दावा- शकेरी अफगानी मूल का, ईरान में होने का शक
अमेरिकी अधिकारियों ने कहा है कि शकेरी अफगानी मूल का है और वह बचपन में अमेरिका आ गए था। डकैती के एक मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद 2008 के आसपास उसे अमेरिका से डिपोर्ट कर दिया गया। अधिकारियों का मानना ​​है कि शकेरी इन दिनों ईरान में है। अभियोजकों के अनुसार, शकेरी ने ईरान विरोधी विचारों के लिए न्यूयॉर्क के 2 सहयोगियों के साथ मिलकर ईरानी मूल के एक अमेरिकी नागरिक को मारने की साजिश रची। वह न्यूयॉर्क के इन सहयोगियों से जेल में मिला था।

ईरान ने आरोपों को पूरी तरह से निराधार बताया
उधर, ईरानी सरकार ने अमेरिका के इन आरोपों को "पूरी तरह से निराधार" बताते हुए खारिज किया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता इस्माइल बघाई ने कहा कि ईरान किसी भी अमेरिकी अधिकारी को निशाना बनाने के आरोपों को नकारता है।

ट्रंप के आवास की सुरक्षा में लगाए गए रोबोटिक डॉग
डोनाल्ड ट्रंप पर बढ़ते खतरों को देखते हुए अमेरिकी सीक्रेट सर्विस ने उनके मार-ए-लागो आवास पर रोबोटिक डॉग जैसी अत्याधुनिक सुरक्षा व्यवस्था लागू की है। चुनाव जीतने के बाद ट्रम्प ने इसे ईश्वर की कृपा बताते हुए कहा कि उन्हें लगता है कि उनके जीवन को किसी उद्देश्य के लिए बचाया गया है ताकि वह अमेरिका को फिर से महान बना सकें।