Donald Trump Claims Death Threat: पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने दावा किया है कि उनकी जान को ईरान से बड़ा खतरा है। ट्रम्प ने कहा कि मेरी हत्या की कोशिश करने वाले की अंतिम इच्छा थी कि वह मुझे मार सके। ट्रम्प ने कहा कि बीते दो महीनों में मुझ पर दो बार जानलेवा हमले की कोशिश हुई, लेकिन सुरक्षा एजेंसियों ने मुझे बचा लिया। ट्रम्प ने यह दावा ऐसे समय में किया है  जब अमेरिकी खुफिया एजेंसियों ने भी ट्रम्प के जान को खतरा होने की की पुष्टि की है। 

खुफिया एजेंसियों ने दी जानकारी
अमेरिकी खुफिया एजेंसियों ने ट्रम्प को बताया कि ईरान का मकसद अमेरिका में अस्थिरता फैलाना है। ट्रम्प ने कहा है कि यह खतरा न केवल मेरी जान को है, बल्कि पूरे देश के लिए भी एक बड़ी चुनौती है। ट्रम्प के इस बयान ने अमेरिकी राजनीति में हलचल पैदा कर दी है। बता दें कि अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव में बहुत कम समय बाकी रह गया है। ऐसे में ट्रम्प का यह दावा बेहद सनसनीखेज है। ट्रम्प ने कहा है कि मेरे ऊपर खतरा बेहद स्पष्ट और वास्तविक है। 

'सुरक्षा बल सतर्क इसलिए हमलावर की कोशिशें नाकाम हुई'
ट्रम्प ने कहा कि अमेरिकी सुरक्षा बल पूरी तरह से सतर्क हैं। मुझे मारने की ईरान की कोशिश पहले भी असफल रहे हैं। ट्रम्प ने अपने X ट्विटर पर कहा, "मुझे इतना सुरक्षा घेरे में पहले कभी नहीं देखा गया, जितना अब हूं। ईरान ने जो भी किया वह विफल रहा, लेकिन वे फिर से कोशिश करेंगे। यह किसी के लिए अच्छा नहीं है।" इस दावे के बाद ट्रम्प की सिक्योरिटी और बढ़ा दी गई है। 

सीक्रेट सर्विस का बजट बढ़ाने के लिए सांसदों को दिया धन्यवाद
ट्रम्प ने अमेरिकी कांग्रेस यानी संसद को अपनी सुरक्षा करने वाली सीक्रेट सर्विस का बजट बढ़ाने के लिए धन्यवाद दिया। ट्रम्प ने कहा कि अमेरिका के सांसदों ने सीक्रेट सर्विस का बजट बढ़ाने के लिए सर्वसम्मति से समर्थन दिया। ह दोनों राजनीतिक पार्टियों यानी कि डेमोक्रेट्स और रिपब्लिकन के बीच सहमति का अच्छा संकेत है। ट्रम्प ने कहा कि एक पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति पर हमला करना हमलावर के लिए "मौत की इच्छा" करने के समान होना चाहिए। 

हाल में दो जानलेवा हमलों में बाल-बाल बचे हैं ट्रम्प  
हाल ही में ट्रम्प दो जानलेवा हमलों में बाल-बाल बचे हैं। पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति पर पहला हमला 13 जुलाई को पेंसिल्वेनिया के बटलर में एक रैली के दौरान हुआ। रैली के दौरान हमलवार की गोली ट्रम्प के कान को छूते हुए गुजर गई। वहीं, दूसरा हमला 15 सितंबर को फ्लोरिडा के ट्रंप इंटरनेशनल गोल्फ क्लब में हुआ, जिसमें 58 वर्षीय रयान वेस्ले राउथ को गिरफ्तार किया गया। वह गोल्फ कोर्स के बाहर हथियार के साथ देखा गया था।

ईरानी हैकर्स ने की अमेरिकी चुनाव में दखल की कोशिश
अमेरिकी खुफिया एजेंसियों ने यह भी खुलासा किया कि ईरानी हैकर्स ने ट्रंप के चुनाव अभियान से जुड़ी सीक्रेट जानकारी चुराकर इसे बाइडेन के री इलेक्शन अभियान में लीक करने की कोशिश की। यह ईरान की ओर से अमेरिकी चुनाव में दखल देने की साजिश का एक हिस्सा था। अगस्त में, अमेरिका ने ईरान पर ट्रम्प और उपराष्ट्रपति कमला हैरिस के चुनावी कैंपेन पर साइबर अटैक करने का आरोप लगाया था।