Durga Puja in Bangladesh: बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने हिंदुओं के लिए नया फरमान जारी किया है। बांग्लादेश सरकार ने हिंदुओं से कहा है कि अजान और नमाज के समय पूजा से जुड़ी गतिविधियों को रोक दें। खास तौर पर पूजा के दौरान संगीत बजाने पर रोक लगाई गई है। सरकार के गृह सलाहकार लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) मो. जाहंगीर आलम चौधरी ने कहा कि पूजा समितियों से अनुरोध किया गया है कि सरकार के इस आदेश का पालन करें। उन्होंने कहा कि अजान से पांच मिनट पहले सभी संगीत और ध्वनि उपकरणों को बंद करना अनिवार्य होगा।
कानून व्यवस्था की बैठक में लिया गया फैसला
इस दिशा-निर्देश का ऐलान सरकार की ओर से बुलाई एक कानून व्यवस्था की बैठक के बाद किया गया। यह बैठक दुर्गा पूजा के दौरान सुरक्षा बनाए रखने पर चर्चा हुई। चौधरी ने बैठक के बाद घोषणा की कि देश भर में इस साल कुल 32,666 पूजा मंडप स्थापित किए जाएंगे। इनमें से 157 मंडप ढाका साउथ सिटी और 88 नॉर्थ सिटी में होंगे। ऐसे में सरकार इस बात का पूरा ध्यान रख रही है कि देश में कहीं भी किसी तरह की अप्रिय घटना नहीं हो।
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दुर्गा पूजा मंडपों को सरकार देगी सुरक्षा
जाहंगीर आलम चौधरी ने दुर्गा पूजा मंडपों की सुरक्षा का भी आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि पूजा के समय से ही नहीं बल्कि मूर्ति निर्माण से लेकर पूरे पर्व के दौरान सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए जाएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि किसी भी प्रकार की विध्वंसक गतिविधियों से निपटने के लिए सुरक्षा बल मुस्तैद रहेंगे। इससे यह सुनिश्चित किया जाएगा कि पूजा बिना किसी बाधा के पूरी हो सके।
धार्मिक सौहार्द बनाए रखें: मोहम्मद युनूस
इसी बीच बांग्लादेश के अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मुहम्मद यूनुस ने राष्ट्र के नाम संबोधन में सभी से धार्मिक सौहार्द्र बनाए रखने की अपील की। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश एक साम्प्रदायिक सौहार्द्र वाला देश है, और कोई भी ऐसा कार्य नहीं करेगा जिससे धार्मिक सौहार्द्र बिगड़े। उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि जो भी समाज में अव्यवस्था फैलाने की कोशिश करेगा, उसे सख्त सजा दी जाएगी।
इस साल बांग्लादेश में दुर्गा पूजा मंडपों की संख्या बढ़ी
पिछले साल बांग्लादेश में 33,431 पूजा मंडप थे, और इस साल यह संख्या और बढ़ने की संभावना है। जाहंगीर चौधरी ने बताया कि इस साल अधिक संख्या में पूजा मंडप स्थापित किए जाएंगे, जिससे यह आयोजन और भव्य होगा। पूजा समितियों ने भी सरकार के निर्देशों का पालन करने का आश्वासन दिया है, ताकि धार्मिक शांति और व्यवस्था बनी रहे।