France Wife Rape Case: फ्रांस में एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है, जहां एक पति ने अपनी पत्नी को 10 साल तक बेहोश कराकर उसका बलात्कार करवाया। आरोपी पति का नाम डॉमिनिक पेलिकोट (Dominique Pellicot) है, जो 71 साल का है। उसने इस जघन्य अपराध को अंजाम देने के लिए पत्नी के खाने-पीने में नींद की गोलियां मिलाई। यह अपराध 2011 से 2020 तक चलता रहा। मामले का खुलासा तब हुआ जब पुलिस ने उसकी पत्नी से पूछताछ की। ()
72 में से 51 आरोपी गिरफ्तार
फ्रांस की पुलिस ने इस मामले में 72 लोगों को पहचान लिया है, जिनमें से 51 को गिरफ्तार कर लिया गया है। गिरफ्तार किए गए लोगों की उम्र 26 से 73 साल के बीच है। इनमें से कुछ ने सिर्फ एक बार अपराध किया, जबकि कुछ ने 6 बार तक ऐसा किया। इन आरोपियों में फायरमैन, लोरी ड्राइवर, बैंक कर्मचारी और पत्रकार शामिल हैं। यह सभी आरोपी अब अविग्नन कोर्ट (Avignon Court Trial) में सार्वजनिक सुनवाई का सामना कर रहे हैं।
वीडियो बनाकर करते थे शर्मनाक कृत्य
पुलिस जांच में पता चला कि डॉमिनिक पेलिकोट ने अपनी पत्नी का बलात्कार करवाते हुए वीडियो भी बनाए थे। इन वीडियो को उसने कंप्यूटर में सेव कर रखा था, जिसे पुलिस ने जब्त किया। उसने एक वेबसाइट के जरिए अनजान लोगों को अपने घर बुलाया और उन्हें इस घिनौने काम में शामिल किया। आरोपी ने कबूल किया कि उसने पत्नी को बेहोश करने के लिए उच्च मात्रा में ट्रैंक्विलाइजर दिया था।
पुलिस काे पेलिकोट के कंप्यूटर से मिले सैकडों वीडियो
इस मामले की जांच के दौरान पुलिस को पेलिकोट के कंप्यूटर से सैकड़ों वीडियो मिले। इन वीडियो में उसकी पत्नी बेहोश नजर आ रही थी और अलग-अलग लोग उस पर अत्याचार कर रहे थे। पुलिस ने इस घटना के बाद से उस वेबसाइट को बंद कर दिया है, जिसके जरिए आरोपी ने अपराधियों को बुलाया था। साथ ही सभी आरोपियों की पहचान भी कर ली गई है।
महिला हुई कमजोर, बच्चों को लगा भूलने की बीमारी हुई
इस घिनौने अपराध के चलते पीड़ित महिला की सेहत लगातार गिर रही थी। उसकी याददाश्त कम हो रही थी, वजन गिर रहा था और बाल झड़ने लगे थे। बच्चों और दोस्तों को लगा कि महिला को अल्जाइमर हो गया है। लेकिन, सच्चाई कुछ और ही थी। महिला को यह नहीं पता था कि उसके साथ क्या हो रहा है, क्योंकि उसे हर बार बेहोश कर दिया जाता था।
फ्रांस के अविग्नन कोर्ट में शुरू हुई सुनवाई
अब इस मामले की सार्वजनिक सुनवाई फ्रांस के अविग्नन कोर्ट में शुरू हो चुकी है। पीड़िता ने मांग की है कि यह सुनवाई खुले दरवाजों के बीच हो, ताकि दुनिया के सामने इन अपराधियों की असलियत आ सके। अदालत में मामला 20 दिसंबर तक चलेगा, जिसमें आरोपियों को कठोर सजा मिलने की उम्मीद है। इस मामले ने फ्रांस में कानून व्यवस्था और न्याय प्रणाली पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है।