Hamas Attack: इजराइल और हमास के बीच संघर्ष जारी है। हमास ने 4 महीने बाद एक बार फिर रविवार को तेल अवीव पर 'बड़ा मिसाइल' हमला करने का दावा किया। अल-क़स्साम ब्रिगेड्स ने अपने टेलीग्राम चैनल पर बयान जारी कर कहा कि यह रॉकेट नागरिकों के खिलाफ ज़ायोनी नरसंहार के जवाब में दागे गए। इस अटैक के बाद तेल अवीव में चार महीनों में पहली बार सायरन बजने लगे। हमास समर्थित अल-अक्सा टीवी ने कहा है कि रॉकेट गाज़ा पट्टी से लॉन्च किए गए। रफ़ा तेल अवीव से करीब 100 किमी दक्षिण में स्थित है।
रफा इलाके से 8 रॉकेट दागे गए: इजराइली सेना
इजराइली सेना ने बताया कि रफा इलाके से 8 रॉकेट पार होती हुई नजर आए थे, जो गाज़ा पट्टी के दक्षिणी छोर पर स्थित है। इजराइली सेना ने कुछ रॉकेट और मिसाइलों को हवा में ही मार गिराने में सफलता हासिल की है। इज़राइली आपातकालीन सेवाओं ने बताया कि इस हमले में किसी के घायल होने की सूचना नहीं मिली है।
इजराइल के हमले में 5 फ़िलिस्तीनी मारे गए
इज़राइल का कहना है कि वह रफ़ा में छिपे हमास लड़ाकों को निकालना और बंधकों को बचाना चाहता है, लेकिन उसके हमलों ने स्थिति को और बिगाड़ दिया। उसे अंतरराष्ट्रीय आलोचना का सामना करना पड़ा। रविवार को इज़राइली अटैक में रफा में कम से कम 5 फ़िलिस्तीनियों की मौत हो गई। इज़राइल के टैंकों ने शहर के किनारों पर घुसपैठ की, जो मिस्र के मुख्य दक्षिणी क्रॉसिंग पॉइंट के करीब है, लेकिन अभी तक पूरी ताकत से शहर में प्रवेश नहीं किया है।
इजराइल के मंत्री बोले- पूरी ताकत से मारो
रॉकेट हमले के बाद इज़रायल के सुरक्षा मंत्री इतामार बेन गविर ने सेना से रफ़ा पर और अधिक बलपूर्वक हमला करने को कहा है। उन्होंने X (पहले ट्विटर) पर पोस्ट किया- "रफ़ा को पूरी ताकत से मारो।" गाज़ा के स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, इज़राइली हमलों में अब तक करीब 36,000 फ़िलिस्तीनी मारे गए। इज़राइल ने यह अटैक तब शुरू किया, जब हमास के आतंकियों ने पिछले साल 7 अक्टूबर को दक्षिणी इज़राइली समुदायों पर हमला किया, जिसमें करीब 1,200 लोग मारे गए और 250 से अधिक को बंधक बना लिया था।
रविवार को उत्तरी गाज़ा के जबालिया क्षेत्र में भी लड़ाई जारी रही, जो पहले युद्ध में कई हफ्ते तक भीषण युद्ध वाली जगह रहा है। एक छापे के दौरान सेना ने स्कूल में दर्जनों रॉकेट और हथियारों के साथ एक हथियार स्टोरेज का पता लगाया था। इज़राइली सेना ने हमास के उन बयानों को खारिज कर दिया, जिसमें कहा गया था कि फ़िलिस्तीनी लड़ाकों ने एक इज़राइली सैनिक को अगवा कर लिया था।