Indian Killed in Russia: रूस में यूक्रेन के खिलाफ जंग लड़ते हुए हैदराबाद के एक शख्स की मौत हो गई है। अधिकारियों ने 30 साल के मोहम्मद अफसान की मौत होने की पुष्टि की है। अफसान के परिवार के लोगों ने ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) चीफ असददुद्दीन ओवैसी के पास मदद के लिए पहुंचा था। मोहम्मद को वसपस भारत बुनाने में मदद करने का अनुरोध किया था।
धोखे से जॉइन कराया गया आर्मी
हालांकि, जब ओवैसी ने इस मामले मे रुस की राजधानी मॉस्को स्थित भारतीय दूतावास से संपर्क किया तो बताया कि अफसान की मौत हो चुकी है। अफसान के परिवार के लोगों ने कहा है कि उसे रूस में हेल्पर की नौकरी दिलाने का वादा किया गया था। रूस पहुंचने पर अफसान को धोखे से आर्मी जॉइन कराया गया। इसके बाद ट्रेनिंग देकर यूक्रेन के खिलाफ जंग लड़ने के लिए भेज दिया गया।
गुजरात के एक शख्स की भी हो चुकी है मौत
बता दें कि हाल ही में रूस में गुजरात के एक शख्स की भी मौत हुई थी। ऐसी जानकारी मिली थी कि गुजरात का यह शख्स रूस की आर्मी में हेल्पर के तौर पर काम कर रहा था। इस शख्स की पहचान सूरत के रहने वाले हामिल मंगुकिया के तौर पर की गई थी। ऑनलाइन विज्ञापन देखकर वह चेन्नई से रूस के लिए रवाना हुआ था। वहां रूस की सेना में उसे असिस्टेंट के तौर पर नौकरी दी गई थी। मंगुकिया की मौत 21 फरवरी को रूस यूक्रेन सीमा पर स्थित डोन्स्टेक क्षेत्र में एक एयरस्ट्राइक की चपेट में आने से मौत हो गई।
20 से ज्यादा भारतीय रूस में फंसे
बता दें कि 20 से ज्यादा भारतीय रूस में फंसे हुए हैं। इन सभी के परिवार के लोगों ने एजेंट के धोखे की वजह से यह स्थिति पैदा होने की बात कही है। कई भारतीयों को सिक्योरिटी हेल्पर के तौर पर जबरदस्ती रूस की सेना में जॉइन कराया जा रहा है। इन लोगों से जबरदस्ती सेना जॉइन करने के दस्तावेजों पर साइन करने के लिए कहा जा रहा है। मीडिया में भारतीयों को जबरदस्ती रूस की सेना में शामिल कराने से जुड़ी खबरें आने के बाद विदेश मंत्रालय ने सभी भारतीयों को सलाह दी है कि वह किसी भी तरह की परेशानी से बचने के लिए युद्ध प्रभावित क्षेत्र से दूर रहें।