Ex RAW officer Vikas Yadav Accused: अमेरिकी न्याय विभाग ने गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की साजिश रचने के आरोप में एक पूर्व भारतीय रॉ (RAW) अधिकारी विकास यादव के खिलाफ आरोप तय किए हैं। खालिस्तानी समर्थक पन्नू को अमेरिका में  मारने की योजना असफल रही थी। अमेरिका का दावा है कि यह साजिश भारतीय खुफिया एजेंसी के अधिकारियों द्वारा बनाई गई थी। इस घटनाक्रम से भारत और अमेरिका के बीच तनाव बढ़ सकता है। 

विकास यादव और निखिल गुप्ता पर लगे आरोप
विकास यादव पर आरोप है कि उन्होंने निखिल गुप्ता को पन्नू की हत्या के लिए हिटमैन की व्यवस्था करने का निर्देश दिया था। निखिल गुप्ता को पिछले साल प्राग से गिरफ्तार किया गया था और बाद में अमेरिका में प्रत्यर्पित किया गया। मौजूदा समय में गुप्ता के खिलाफ अमेरिकी अदालत में मुकदमा चल रहा है। अमेरिकी अदालत में यह आरोप भी लगाया गया है कि यादव ने इस साजिश को भारत और दूसरे देशों में अपने सहयोगियों की मदद से अंजाम देने की कोशिश की।

FBI की चेतावनी- ऐसे हमले बर्दाश्त नहीं होंगे
FBI के निदेशक क्रिस्टोफर रे ने इस मामले पर बयान देते हुए कहा कि अमेरिका अपने नागरिकों पर हिंसा या बदले की भावना से हमले को कभी बर्दाश्त नहीं करेगा। क्रिस्टोफर रे ने कहा कि गुरपतवंत पन्नू पर हमला उसके संवैधानिक अधिकारों के खिलाफ था, जिसे अमेरिका किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं करेगा। अमेरिकी न्याय विभाग के मुताबिक, पन्नू की हत्या की साजिश मई 2023 में शुरू हुई थी।

भारत ने साजिश से किया इनकार
भारत सरकार ने इस हत्या की साजिश से किसी भी तरह की संलिप्तता से इनकार किया है। भारत की ओर से एक उच्चस्तरीय जांच समिति अमेरिका भेजी गई थी, ताकि अमेरिकी न्याय विभाग द्वारा साझा किए गए सबूतों की समीक्षा की जा सके। इस मामले में अमेरिकी अधिकारियों ने भारतीय सरकार के सहयोग पर संतोष जताया है और कहा है कि जांच अभी भी जारी है। 

विकास यादव पर लगे तीन गंभीर आरोप
अमेरिकी न्याय विभाग ने विकास यादव पर तीन गंभीर आरोप लगाए हैं, जिनमें हत्या की साजिश और मनी लॉन्ड्रिंग शामिल हैं। यादव को अभी तक गिरफ्तार नहीं किया जा सका है और वह फरार हैं। अदालत के दस्तावेजों के मुताबिक, यादव ने निखिल गुप्ता को पन्नू की हत्या की योजना बनाने का निर्देश दिया था, लेकिन अमेरिकी अधिकारियों ने इस साजिश को विफल कर दिया। 

भारत-अमेरिका के बीच तनाव बढ़ने की आशंका
इस मामले के सामने आने से भारत और अमेरिका के बीच कूटनीतिक तनाव बढ़ सकता है। हालांकि, अमेरिका ने इस बात की सराहना की है कि भारत ने इस मामले की जांच में पूरा सहयोग किया है। अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने भी कहा कि भारत के साथ जांच में लगातार संवाद बना हुआ है और दोनों देश इस मामले पर साथ काम कर रहे हैं।