Iran-israel war: ईरान ने कल यानी मंगलवार (1 अक्टूबर) की रात में इजरायल पर 180 से ज्यादा मिसाइलें दागी थी। इसके बाद ईरान ने इजरायल पर उसके हमले में हुए नुकसान को लेकर दावा किया है। ईरान के दावा है कि उसने मिसाइल हमले करके इजरायल की जासूसी एजेंसी मोसाद के मुख्यालय को नष्ट कर दिया है।

साथ ही नेवातिम एयरबेस पर 20 F-35 स्टील्थ फाइटर जेट्स को भी तबाह कर दिया है। ईरान के मुताबिक, उसने 30 मिनट के अंदर इजरायल के एयरबेस और महत्वपूर्ण ठिकानों पर मिसाइलों की बौछार कर दी। 

इजरायल ने अपने जवाब में क्या कहा?
ईरान के दावे के बाद इजरायल ने जवाब दिया और ईरान के दावे खारिज कर दिया। इजरायली अधिकारियों का कहना है कि उनकी अत्याधुनिक मिसाइल रोधी प्रणाली, आयरन डोम, ने अधिकतर मिसाइलों को रोक लिया और नुकसान को कम किया। इसके बाद से F-35 स्टील्थ फाइटर जेट्स एक चर्चा का विषय बन गए हैं।

F-35 फाइटर जेट क्या है?
F-35 स्टील्थ फाइटर जेट्स अमेरिकी कंपनी लॉकहीड मार्टिन द्वारा निर्मित हैं और इसे सबसे उन्नत युद्धक विमानों में से एक माना जाता है। इजरायल एकमात्र ऐसा देश है जिसके पास ये खास लड़ाकू विमान हैं। इन जेट्स को विशेष अभियानों के लिए बनाया गया है।  इनमें नेटवर्क प्लेटफॉर्म को उन्नत किया गया है। ये विमान ऑपरेशन के दौरान महत्वपूर्ण जानकारी को इकट्ठा और साझा कर सकते हैं, जिससे युद्ध में बढ़त मिलती है।

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इजरायल और F-35 का संबंध
इजरायल ने मई 2018 में कहा था कि उसने पहली बार F-35 स्टील्थ फाइटर जेट का युद्ध में इस्तेमाल किया। अमेरिका के साथ हुए समझौते के तहत इजरायल ने 25 F-35 लड़ाकू विमानों का सौदा किया, जिसकी कुल कीमत ₹25,19,38,35,000 है.।यानी एक F-35 विमान की कीमत ₹684.75 करोड़ है। इसके अलावा, इस विमान को उड़ाने की प्रति घंटे की लागत भी काफी अधिक है, जो लगभग ₹33.58 करोड़ है।

इजरायली विदेश मंत्रालय ने क्या कहा? 
इजरायली विदेश मंत्रालय के उप प्रवक्ता एलेक्स गैंडलर ने कहा कि "ईरान और आईआरजीसी ने कल इज़राइल पर 180 से अधिक रॉकेट (मिसाइलें) दागे गए। अधिकांश रॉकेटों को हमारी वायु रक्षा प्रणाली और हमारे गठबंधन के सदस्यों द्वारा रोक दिया गया।" इस दौरान इजरायल में किसी भी व्यक्ति की मौत नहीं हुई।

एलेक्स ने कहा कि इज़रायल की रक्षा और बाहरी हमले से निपटने के लिए हमारे पास डिफेंस सिस्टम है। वहीं ईरान से निपटने के लिए हमारे पास रणनीतिक लक्ष्य हैं। इज़रायल ईरान के सभी प्रतिनिधियों को हराने के लिए काम कर रहा है, चाहे वह हिजबुल्लाह हो, हूती हों या अन्य। उन्होंने कहा कि मंगलवार को तेल अवीव पर हुए ईरानी हमले में कोई जानमाल का नुकसान नहीं हुआ और किसी को कोई चोट नहीं आई है, न ही किसी की मौत हुई है। 

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