India Stresses Neutrality on Iran-Pakistan Missile Attack: पाकिस्तान के ब्लूचिस्तान प्रांत में आतंकी संगठन जैश अल अदल से जुड़े ठिकानों पर एयरस्ट्राइक से पाकिस्तान बौखलाया है। आतंकियों ने ईरानी अफसरों को टारगेट करना शुरू कर दिया है। ईरानी न्यूज एजेंसी IRNA के मुताबिक, ईरान के रिवोल्यूशनरी गॉर्ड्स (ईरान की सेना) के एक सदस्य की पाकिस्तान और अफगानिस्तान सीमा से लगे देश के अशांत दक्षिणपूर्वी प्रांत में गोली मारकर हत्या कर दी गई है। इसे एयरस्ट्राइक का बदला बताया जा रहा है। फिलहाल एजेंसी ने कहा कि हमलावरों की पहचान करने और उनका पीछा करने का प्रयास जारी है।
सेल्फ डिफेंस में हुए एक्शन को समझता है भारत
इस बीच भारत, ईरान और पाकिस्तान के बीच बढ़ते डिप्लोमैटिक टेंशन बेहद सधे शब्दों में अपनी प्रतिक्रिया दी है। भारत ने कहा, 'पाकिस्तान पर ईरान का मिसाइल अटैक, केवल उन दो देशों के बीच का मामला है। नई दिल्ली आतंकवाद के प्रति जीरो टॉलरेंस रखती है और देशों द्वारा अपनी आत्मरक्षा में की जाने वाली कार्रवाइयों को समझती है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने ने कहा, 'यह ईरान और पाकिस्तान के बीच का मामला है। जहां तक भारत का सवाल है, हम आतंकवाद को बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं करते हैं। हम समझते हैं कि देश अपनी रक्षा के लिए क्या कार्रवाई करते हैं।'
ईरान ने जैश अल अदल के 2 ठिकाने के लिए बर्बाद
बुधवार को ईरान ने दावा किया कि उसने ड्रोन और मिसाइलों से हमला करके पाकिस्तान में सुन्नी बलूची आतंकवादी संगठन जैश अल अदल के दो ठिकानों को नष्ट कर दिया है। 15 दिसंबर को जैश अल अदल के आतंकियों ने पाकिस्तानी सीमा से लगे पुलिस स्टेशन पर ईरानी सुरक्षा बलों को निशाना बनाकर हमला किया था। 11 पुलिस अधिकारी मारे गए थे।
ईरान के विदेश मंत्री हुसैन अमीर-अब्दुल्लाहियन ने कहा कि हम पाकिस्तान की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान करते हैं, लेकिन हम राष्ट्रीय सुरक्षा से समझौता या खिलवाड़ करने की अनुमति नहीं देते हैं। हुसैन अमीर विश्व आर्थिक मंच की वार्षिक बैठक में भाग लेने के लिए दावोस में हैं।
पाकिस्तान ने राजदूत वापस बुलाया
ईरान एयर स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान ने दावा किया कि हमलों में दो बच्चे मारे गए। जबकि तीन लड़कियां घायल हुईं। चेतावनी दी कि यह घटना पूरी तरह से अस्वीकार्य है और इसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं। इस्लामाबाद ने तेहरान में ईरानी विदेश मंत्रालय के समक्ष कड़ा विरोध दर्ज कराया। इसने ईरान से अपने राजदूत को भी वापस बुला लिया और सभी नियोजित उच्च-स्तरीय द्विपक्षीय यात्राओं को निलंबित कर दिया।
पाकिस्तान के विदेश मंत्री जलील अब्बास जिलानी ने कहा कि आतंकवाद क्षेत्र के लिए एक साझा खतरा है और इससे निपटने के लिए समन्वित प्रयासों की आवश्यकता है। पाकिस्तान विदेश मंत्रालय ने कहा कि एकतरफा कार्रवाई क्षेत्रीय शांति और स्थिरता को गंभीर रूप से कमजोर कर सकती है।