भारत आ रहे जहाज पर ईरान से हुआ था ड्रोन अटैक, अमेरिकी रक्षा मंत्रालय का दावा- 2 साल में ये 7वां बड़ा ईरानी हमला

Drone attack
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Iranian drone Attack Updates: हमला ईरान से किया गया। यह घटना 7 अक्टूबर को इजराइल पर हमास के हमलों के बाद बढ़ते क्षेत्रीय तनाव का नया उदाहरण है। पेंटागन ने कहा कि यह 2021 के बाद से वाणिज्यिक शिपिंग पर सातवां ईरानी हमला था।

Iranian drone Attack Updates: हिंद महासागर में शनिवार को जिस जहाज पर ड्रोन अटैक किया गया, वह जापान के स्वामित्व का था। रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, पेंटागन ने इस मामले में अहम खुलासा किया है। पेंटागन का दावा है कि केमिकल टैंकर (जहाज) पर ईरान से ड्रोन अटैक किया गया था हमले के बाद जहाज में आग लग गई थी। हालांकि समय रहते आग पर काबू पा लिया गया। जहाज सऊदी अरब से भारत के मंगलुरु आ रहा था।

CHEM प्लूटो पर लगा था लाइबेरिया का झंडा
पेंटागन ने कहा कि मोटर जहाज केम (CHEM) प्लूटो पर एक लाइबेरिया ध्वज लगा था। इसका मालिकाना हक एक जापानी कंपनी के पास है, हालांकि नीदरलैंड संचालित करता है। जहाज पर शनिवार सुबह 10 बजे हिंद महासागर में भारत के तट से 200 समुद्री मील दूर ड्रोन से हमला किया गया। यह हमला ईरान से किया गया। यह घटना 7 अक्टूबर को इजराइल पर हमास के हमलों के बाद बढ़ते क्षेत्रीय तनाव का नया उदाहरण है। पेंटागन ने कहा कि यह 2021 के बाद से वाणिज्यिक शिपिंग पर सातवां ईरानी हमला था।

जहाज में सवार थे 20 भारतीय
जहाज पर 20 भारतीय और एक वियतनामी चालक दल सवार था। गनीमत रही कि समय रहते आग पर काबू पा लिया। वरना बड़ी जनहानि हो सकती थी। इंडियन कोस्ट गार्ड ने एक बयान जारी करते हुए बताया कि जहाज को सुरक्षित कर लिया गया। जहाज ने 19 दिसंबर को संयुक्त अरब अमीरात से अपनी यात्रा शुरू की थी। उसे 25 दिसंबर को न्यू मैंगलोर बंदरगाह पर पहुंचना था।

विक्रम और डोर्नियर सुरक्षा में तैनात
भारतीय तटरक्षक बल ने केम प्लूटो को सहायता देने के लिए जहाज विक्रम और तटरक्षक डोर्नियर समुद्री निगरानी विमान को भी तैनात किया है। डोर्नियर विमान ने क्षेत्र को साफ कर दिया। केम प्लूटो के साथ संचार स्थापित किया। जहाज ने अपना रास्ता बनाना शुरू कर दिया है।

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