Iranian Student Hijab Protest: ईरान में हिजाब के खिलाफ महिलाएं लम्बे समय से विरोध कर रही हैं। इस बार विरोध का तरीका बेहद अनोखा और साहसी रहा। एक वीडियो में एक महिला छात्रा को यूनिवर्सिटी परिसर में कपड़े उतारकर हिजाब के खिलाफ विरोध करते देखा गया। ईरानी यूनिवर्सिटी के इस वीडियो ने सोशल मीडिया पर काफी सुर्खियां बटोरीं। ईरानी महिलाएं हिजाब के कड़े नियमों के खिलाफ आवाज उठा रही हैं, और अब यह आंदोलन व्यापक होता जा रहा है।

सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो
सोशल मीडिया पर इस विरोध का वीडियो तेजी से वायरल हो गया। इस वीडियो में इस्लामिक आजाद यूनिवर्सिटी (Islamic Azad University) के सुरक्षाकर्मी उस महिला को हिरासत में लेते नजर आ रहे हैं। यूनिवर्सिटी के प्रवक्ता अमीर महजूब ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा कि पुलिस स्टेशन में जांच के दौरान पता चला कि महिला गंभीर मानसिक तनाव से गुजर रही थी। इस घटना ने पूरे देश का ध्यान इस मुद्दे पर खींचा है।

सोशल मीडिया यूजर्स कर रहे तारीफ
इस घटना पर सोशल मीडिया यूजर्स की प्रतिक्रियाएं भी देखने को मिलीं। कई यूजर्स का मानना है कि महिला ने जानबूझकर कपड़े उतारकर अपना विरोध जताया। एक यूजर ने लिखा कि सार्वजनिक स्थान पर अंडरवियर में आना किसी भी महिला के लिए शर्मनाक होता है, लेकिन हिजाब के इस जबरदस्ती के नियमों के खिलाफ यह एक साहसी कदम है। ईरान में महिलाओं का इस प्रकार का विरोध बढ़ता जा रहा है।

हिजाब विरोध के लिए 2022 से ही जारी आंदोलन
ईरान में हिजाब के विरोध में महिलाओं का संघर्ष 2022 में तेज हुआ। सितंबर 2022 में कुर्द महिला महसा अमीनी की नैतिक पुलिस की हिरासत में मौत के बाद से हिजाब विरोधी आंदोलन ने जोर पकड़ा। अमीनी की मौत के बाद ईरान के विभिन्न हिस्सों में व्यापक विरोध प्रदर्शन हुए। सरकार और सुरक्षाबलों ने इन प्रदर्शनों को रोकने के लिए कई कदम उठाए, लेकिन महिलाओं का विद्रोह थमने का नाम नहीं ले रहा है।

कड़े इस्लामी नियमों के खिलाफ बढ़ता विरोध
ईरानी महिलाएं अब हिजाब और अन्य कड़े इस्लामी नियमों के खिलाफ खुलकर बोलने लगी हैं। इस्लामी आजाद यूनिवर्सिटी में कपड़े उतारने वाली इस महिला का मामला यह दिखाता है कि महिलाएं अब किसी भी हद तक जाने को तैयार हैं। ईरान में हिजाब नियमों का पालन करना अनिवार्य है, लेकिन महिलाएं इसे अपनी स्वतंत्रता पर हस्तक्षेप मानती हैं। वे अब इसके खिलाफ अपनी आवाज बुलंद कर रही हैं।

यूनिवर्सिटी प्रशासन और पुलिस की जांच जारी
इस घटना के बाद यूनिवर्सिटी प्रशासन और पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। अमीर महजूब का कहना है कि महिला मानसिक दबाव में थी। वहीं, कई लोगों का मानना है कि यह महिला का जानबूझकर किया गया कदम था। पुलिस अब इस घटना के हर पहलू की जांच कर रही है। ईरान में महिलाओं का यह बढ़ता विरोध वहां की सामाजिक व्यवस्था पर भी सवाल खड़े कर रहा है।