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Israel-Hezbollah conflict: इजरायल और हिजबुल्लाह के बीच संघर्ष तेज, 1500 से ज्यादा मौतें। नेतन्याहू का ऐलान- 'शब्दों से नहीं, एक्शन से देंगे जवाब', 118,000 लोग बेघर। जानें क्यों जंग के आसार हुए तेज

Israel-Hezbollah conflict: इजरायल और हिजबुल्लाह के बीच चल रहे हिंसक संघर्ष में अब तक 1500 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है। गाजा में युद्ध के शुरू होते ही यह संघर्ष लेबनान सीमा तक पहुंच गया। इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा है कि उनका देश 'शब्दों से नहीं, बल्कि एक्शन से जवाब देगा।' () के कारण हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं, जिससे युद्ध के और भी फैलने का डर बढ़ रहा है।

नेतन्याहू ने सीज फायर करने से किया साफ इनकार
नेतन्याहू ने लेबनान में 21 दिनों की सीज फायर की अपील को मानने से साफ इनकार कर दिया है। अमेरिका और फ्रांस जैसे देशों के आग्रह पर जवाब देते हुए नेतन्याहू ने कहा कि मेरा फोकस अपने नागरिकों को सुरक्षित वापस लाने पर है। नेतन्याहू ने कहा, "हम तब तक हिजबुल्लाह पर हमले जारी रखेंगे, जब तक हमारे नागरिक पूरी तरह से सुरक्षित नहीं हो जाते।" नेतन्याहू के इस बयान के बाद इंटरनेशनल कम्युनिटी में काफी हलचल मच गई है।

118,000 लोग बेघर,इजरायल की बमबारी जारी
इजरायली हमलों के कारण लेबनान में लगभग 118,000 लोग बेघर हो चुके हैं। वहीं, इजरायल की सेना ने हिजबुल्लाह के ड्रोन यूनिट के प्रमुख मोहम्मद हुसैन सरूर को मार गिराया है। इजरायल की सेना IDF ने कहा है कि, सरूर 1973 में पैदा हुआ था और हिजबुल्लाह के बड़े सैन्य कमांडरों  में से एक था। हुसैन सरूर की मौत के बाद हिजबुल्लाह की गतिविधियों पर असर पड़ सकता है, लेकिन युद्ध के जल्द समाप्त होने की संभावना कम नजर आ रही है।

लेबनान में इस सप्ताह 700 से ज्यादा लोगों की मौत
इस संघर्ष के कारण इजरायल और लेबनान के बीच जंग की आशंका बढ़ गई है। अमेरिका, फ्रांस और खाड़ी देशों ने युद्ध रोकने की अपील की है, लेकिन इजरायल ने इसे अनसुना कर दिया है। इस युद्ध में 700 से ज्यादा लोगों की मौत इस सप्ताह ही हो चुकी है, और यह संख्या तेजी से बढ़ रही है। लेबनान के प्रधानमंत्री नजीब मिकाती ने सीजफायर की उम्मीद जताई थी, लेकिन इजरायल के कड़े रुख ने इसे नामुमकिन बना दिया है।

24 घंटों में ही 92 की मौत,  153 लोग घायल
इजरायल और हिजबुल्लाह के बीच चल रहे के कारण लेबनान में स्थिति बेहद चिंताजनक हो गई है। लेबनान के स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, बीते  24 घंटों में ही 92 लोगों की मौत हुई है और 153 लोग घायल हुए हैं। अगर स्थिति जल्द काबू में नहीं आया, तो यह युद्ध न केवल इजरायल और लेबनान के लिए बल्कि पूरे मध्य पूर्व के लिए घातक साबित हो सकता है।

बाइडेन और मैक्रों की अपील नेतन्याहू ने खारिज की
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन, फ्रांस के इमैनुएल मैक्रों और जापान समेत अन्य देशों ने 21 दिनों के सीज फायर की अपील की थी। हालांकि, इजरायल की सेना और नेतन्याहू ने इस अपील को ठुकरा दिया है। नेतन्याहू ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में दिए अपने भाषण में साफ तौर पर कहा कि हमारी सेना तब तक हिजबुल्लाह के खिलाफ एक्शन लेती रहेगी, जब तक हमारे सभी मकसद पूरे नहीं हो जाते।

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