Israel-Iran War: इजरायल ने 1 अक्टूबर को ईरान से हुए बैलिस्टिक मिसाइल अटैक का बदला लेने के लिए करीब 4 हफ्ते तक इंतजार किया। शनिवार (26 अक्टूबर) को इजराइली लड़ाकू विमानों ने 1000 किलोमीटर से ज्यादा की उड़ान भरी और तेहरान और आसपास के इलाकों में सैन्य ठिकानों पर "सटीक हमले" किए। ईरान की राजधानी तेहरान और आसपास के इलाकों में बड़े धमाकों की आवाजें सुनाई दीं। नए अटैक से पश्चिम एशिया में इजराइल और ईरान के बीच संघर्ष बढ़ने की आशंका है। अमेरिकी रक्षा विभाग पेंटागन के प्रमुख ने ईरान को चेतावनी दी है।
अमेरिका ने इजरायल के अटैक को "सेल्फ डिफेंस प्रैक्टिस" कहा है और तेहरान से किसी भी और तनाव को बढ़ाने से बचने की अपील की है। आइए, जानते हैं इजरायल-ईरान संघर्ष के 10 प्रमुख अपडेट...
- 1) इजरायली अटैक: इजरायल ने 1 अक्टूबर को ईरान द्वारा किए गए बैलिस्टिक मिसाइल हमले का बदला लेते हुए तेहरान और उसके आसपास के सैन्य ठिकानों पर "सटीक हमले" किए। इस मिशन में 100 से अधिक इजरायली लड़ाकू विमानों, जिनमें F-35 स्टील्थ फाइटर्स भी शामिल थे।
- 2) ईरान की प्रतिक्रिया: शुरू में ईरान ने हमलों को अपना एयर डिफेंस सिस्टम एक्टिव होने से हुई घटनाएं बताया, लेकिन बाद में स्वीकार किया कि सैन्य ठिकानों को "सीमित नुकसान" हुआ है। दो ईरानी सैनिक मारे गए।
- 3) ईरान की चेतावनी: ईरान ने कहा कि अगर इजरायल ने फिर से कोई हमला किया, तो उसे "करारा जवाब" का सामना करना पड़ेगा। इस पर इजरायली सेना (IDF) ने ईरान को "भारी कीमत" चुकाने की धमकी दी है।
- 4) अमेरिका का रुख: अमेरिका ने इजरायल के हमले को आत्मरक्षा के रूप में मान्यता दी है और ईरान से तनाव बढ़ाने से बचने को कहा है। अमेरिकी रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन ने ईरान को चेतावनी दी है कि वह इजरायल के हमलों का जवाब न दे।
- 5) क्षेत्रीय प्रतिक्रियाएं: हमास, इराक, पाकिस्तान, सीरिया और सऊदी अरब ने इजरायली हमलों की निंदा की। तुर्की ने इसे "इजरायल द्वारा पैदा किया आतंक" कहा और इसे खत्म करने का आह्वान किया।
- 6) रूस और भारत का रुख: रूस ने दोनों पक्षों से संयम बरतने की अपील की, जबकि भारत ने इस क्षेत्र में बढ़ते तनाव और इसके शांति और स्थिरता पर पड़ने वाले प्रभावों को लेकर गहरी चिंता जताई है।
- 7) लेबनान में हमले जारी: इजरायली सेना ने दक्षिणी बेरूत में छापेमारी की, जिसमें हिज़्बुल्लाह के ठिकानों को निशाना बनाया गया। इससे पहले आईडीएफ ने वहां के नागरिकों को इलाका खाली करने की चेतावनी दी थी।
- 8) सीरिया पर अटैक: इजरायल ने सीरिया के दमिश्क में भी हमले किए। सीरिया की सेना ने गोलन हाइट्स और लेबनान से हमलों का जवाब देने के लिए अपना एयर डिफेंस सिस्टम सक्रिय किया।
- 9) एयरस्पेस क्लोज: ईरान, इराक और सीरिया ने अस्थायी रूप से अपने हवाई क्षेत्र को बंद कर दिया ताकि उड़ानों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके और हवाई हमलों के खिलाफ सुरक्षा को बेहतर बनाया जा सके।
- 10) अंतर्राष्ट्रीय प्रतिक्रियाएं: कई देशों ने इजरायल के हमलों की आलोचना की है, जबकि अमेरिका ने इस्राइल की कार्रवाई को आत्मरक्षा कहा है और ईरान से किसी भी और प्रतिक्रिया से बचने की चेतावनी दी है।