Israel Iran War updates: मध्य-पूर्व में इजरायल और ईरान के बीच मिसाइल हमलों के बीच ईरानी सुप्रीम लीडर सैय्यद अली खामेनेई का बड़ा बयान सामने आया है। ईरान ने मंगलवार रात को करीब 180 सुपरसोनिक फतह मिसाइलों से इजरायल पर हमला बोला था, जिन्हें इजरायल के आयरन डोम डिफेंस सिस्टम ने मार गिराया। इसके बाद बुधवार (2 अक्टूबर) को मिसाइल अटैक के बाद खामनेई की पहली बार प्रतिक्रिया आई। उन्होंने इजरायल का नाम लिए बगैर अमेरिका और उसके यूरोपीय सहयोगियों पर तीखा हमला बोला। उधर, इजरायल ने अपने देश में यूएन महासचिव की एंट्री पर बैन लगा दिया।
सुप्रीम लीडर खामेनेई ने अमेरिका पर क्या कहा?
खामेनेई ने कहा- ""इस रीजन की समस्याओं और युद्ध की जड़ वो देश अमेरिका और कुछ यूरोपीय देश हैं, जो यहां शांति का दावा करते हैं। अगर क्षेत्र में इनका दुष्ट व्यवहार खत्म हो जाए तो कई देश शांति और समृद्धि के साथ मिलकर रह सकते हैं।"
ईरान की परमाणु और ऑयल डिपो पर खतरा
एक रिपोर्ट के मुताबिक, इजरायल मिसाइल हमले की जवाबी कार्रवाई के तौर पर ईरान के परमाणु या ऑयल डिपो को निशाना बना सकता है। इसके साथ ही लेबनान बॉर्डर पर भी स्थिति और ज्यादा तनावपूर्ण हो रही है। इजरायल ने इसे लिमिटेड मिलिट्री कैंपेन बताया था, लेकिन बुधवार को उसने और सैनिक लेबनान बॉर्डर की तरफ भेजने की बात कही है। लेबनान के ओडाइसा इलाके में हिज़बुल्लाह के घातक हमले में 2 इज़रायली सैनिक मारे गए।
इटली ने मिडिल ईस्ट संकट पर G7 देशों की बैठक बुलाई
उधर, मिडिल ईस्ट में बढ़ते संघर्ष पर चर्चा के लिए इटली ने G7 नेताओं की बैठक बुलाई है। प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी ने बुधवार को G7 नेताओं को इसके लिए आमंत्रित किया है। मेलोनी ने कहा कि इटली G7 के प्रेसिडेंट के तौर पर मध्य-पूर्व संकट का डिप्लोमैटिक समाधान निकालने के लिए प्रयास करेगा। G7 में अमेरिका, कनाडा, ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी, इटली और जापान शामिल हैं।
जॉर्डन के हवाई क्षेत्र बंद, कहा- जंग का मैदान नहीं बनेंगे
इजरायल और ईरान के बीच मिलाइल हमलों के बीच जॉर्डन सरकार ने अपने देश को युद्ध का मैदान नहीं बनने देने की बात कही है। जॉर्डन ने अपना हवाई क्षेत्र (एयरोस्पेस) भी बंद कर दिया और कहा कि उनके एयर डिफेंस सिस्टम ने देश के हवाई क्षेत्र में प्रवेश करने वाले कई मिसाइलों और ड्रोन का सामना किया है।
इजरायल ने बैन की UN महासचिव की एंट्री
इज़रायल के विदेश मंत्री ने 2 अक्टूबर को ऐलान किया कि संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस को देश में घुसने की अनुमति नहीं दी जाएगी। यह फैसला गुटेरेस द्वारा ईरान के इज़रायल पर बड़े मिसाइल हमले की स्पष्ट निंदा नहीं करने की वजह से लिया गया है।