Israel-Hezbollah Conflict: इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने लेबनान को एक कड़ी चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि अगर लेबनान ने हिजबुल्लाह को देश से बाहर नहीं निकाला, तो उसे भी गाजा जैसी तबाही का सामना करना पड़ सकता है। अपने वीडियो मैसेज में नेतन्याहू ने लेबनानी आवाम से अपील की कि वे अपने देश को हिजबुल्लाह के चंगुल से आजाद करें ताकि देश को विनाश और दुख से बचाया जा सके। नेतन्याहू ने कहा, "आपके पास मौका है कि लेबनान को एक ऐसे युद्ध से बचा सकें जो गाजा जैसी तबाही और पीड़ा लेकर आएगा।"

सफीउद्दीन के खात्मे की जानकारी छिपा रहा हिजबुल्लाह: IDF

  • नेतन्याहू का बयान ऐसे वक्त में आया, जब इजरायली सेना ने लेबनान के दक्षिणी तट पर हिजबुल्लाह के खिलाफ अपने अभियान को तेज कर दिया है। इजरायली सेना ने क्षेत्र में अतिरिक्त सैनिक तैनात किए हैं और नागरिकों से तुरंत इलाका खाली करने के लिए कहा है। इजरायल ने लेबनान में हिजबुल्लाह की सुरंगों और अन्य सैन्य ठिकानों को तबाह करने का दावा किया है।
  • IDF के प्रवक्ता डेनियल हगारी ने कहा- "हमने बेरूत में हिजबुल्लाह के खुफिया मुख्यालय पर हमला किया। यह खुफिया विंग के चीफ अबू अब्दुल्ला मोर्तदा का हेडक्वार्टर है । मालूम था कि सफीउद्दीन भी वहां था। इस हमले के नतीजों पर हमारी नजर है, हिजबुल्लाह जानकारी छिपा रहा है। हम जल्द जनता को सूचित करेंगे।"

हिजबुल्लाह ने हाइफा पर कई रॉकेट दागे
इस बीच, हिजबुल्लाह ने भी जवाबी कार्रवाई करते हुए इजरायली शहर हाइफा पर कई रॉकेट दागे। इससे पहले हिजबुल्लाह ने लेबनान से इजरायल की ओर 85 से अधिक रॉकेट दागने का दावा किया था। हिजबुल्लाह ने धमकी दी है कि अगर इजरायल ने लेबनानी इलाकों पर हमले जारी रखे, तो वे और भी बड़े हमले करेंगे।

हमास अटैक के बाद इजरायल ने छेड़ी जंग 
यह संघर्ष 7 अक्टूबर 2023 को शुरू हुआ, जब हमास ने इजरायल पर हमला किया था, जिसमें हजारों नागरिक मारे गए थे। इसके बाद से हिज़बुल्लाह और इजरायल के बीच लगातार संघर्ष जारी है। इजरायल ने अपनी उत्तरी सीमा को सुरक्षित रखने और हिजबुल्लाह के रॉकेट हमलों से अपने नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का संकल्प लिया है।

हिजबुल्लाह के सामने लीडरशिप का संकट, लेकिन हार नहीं मानी

  • इजरायली एयर स्ट्राइक में हिजबुल्लाह को हाल के दिनों में भारी नुकसान हुआ है। उसके हवाई हमलों में हिजबुल्लाह के नेता हसन नसरल्लाह मारा गया, जो 1992 से संगठन की अगुआई कर रहा था। इसके अलावा, इजरायल ने नसरल्लाह के उत्तराधिकारी हाशिम सफीउद्दीन को भी निशाना बनाया है, हालांकि अब तक उसके मारे जाने की पुष्टि नहीं हुई है।
  • लगातार हमलों के बाद भी हिजबुल्लाह ने हार मानने से इनकार कर दिया है। संगठन के सीनियर लीडर नायम कासिम ने कहा कि हिजबुल्लाह की सैन्य ताकत अब भी बरकरार है और वे लंबे संघर्ष के लिए तैयार हैं। दूसरी ओर, इजरायली रक्षा मंत्री ने हिजबुल्लाह को अब एक ऐसा "टूटा हुआ संगठन" बताया है, जिसकी उसकी नेतृत्व संरचना ध्वस्त हो चुकी है।

ईरानी विदेश मंत्री ने बेरूत में सीजफायर की संभावना पर चर्चा की
इजरायल-हिजबुल्लाह के बीच जारी संघर्ष के पीछे ईरान की भूमिका अहम है, जो हिजबुल्लाह का खास समर्थक है। ईरान से मिलने वाली वित्तीय और सैन्य मदद हिजबुल्लाह को मजबूत करती रही है। हाल ही में ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराक्ची ने बेरूत का दौरा किया और सीजफायर की संभावनाओं पर चर्चा की, हालांकि उन्होंने कहा कि हिजबुल्लाह की सहमति के बिना कोई भी समझौता संभव नहीं है।