विकीलीक्स फाउंडर जूलियन असांजे रिहा: 5 साल बाद ब्रिटिश जेल से आए बाहर, जासूसी में शामिल होने की बात मानी

Julian Assange Release: अमेरिका की जासूसी करने के आरोपों में बंद विकीलीक्स के फाउंडर जूलियन असांजे को मंगलवार (25 जून) को लंदन की जेल से रिहा कर दिया गया। असांजे ने अमेरिकी सरकार के साथ एक समझौते के तहत जासूसी करने की बात मान ली है।;

Update:2024-06-25 09:02 IST
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Julian Assange Release:अमेरिका के जासूसी के आरोपों में बंद विकीलीक्स के फाउंडर जूलियन असांजे को मंगलवार (25 जून) को लंदन की जेल से रिहा कर दिया गया। असांजे ने अमेरिकी सरकार के साथ एक समझौते के तहत जासूसी की बात स्वीकार कर ली है। 52 वर्षीय असांजे बुधवार को अमेरिका की साइपन कोर्ट में पेश होंगे और आरोप स्वीकार करेंगे। असांजे को पहले ही 1901 दिन की सजा हो चुकी है, जिसके बाद उन्हें रिहाई मिली।

ब्रिटेन की जेल से रिहा होने के बाद ऑस्ट्रेलिया रवाना
अमेरिका के साथ हुए समझौते के तहत, असांजे को 62 महीने की सजा दी जाएगी। इससे पहले ही असांजे ब्रिटिश जेल में सजा काट चुके हैं। लंदन के हाईकोर्ट ने उन्हें जमानत दे दी है और वे अपने देश ऑस्ट्रेलिया के लिए रवाना हो गए हैं। असांजे की रिहाई की जानकारी विकीलीक्स ने सोशल मीडिया पर दी। उनकी पत्नी स्टेला ने भी समर्थकों का आभार व्यक्त किया।

2019 में अमेरिका ने लगाए थे जासूसी के आरोप
जूलियन असांजे ने 2010-11 में हजारों क्लासिफाइड डॉक्यूमेंट्स पब्लिक किए थे, जिसमें अफगानिस्तान और इराक युद्ध से जुड़े दस्तावेज भी शामिल थे। अमेरिका ने उन पर जासूसी का आरोप लगाया और यह भी कहा कि इन डॉक्यूमेंट्स के पब्लिक होने से कई लोगों का जीवन खतरे में पड़ गया था। असांजे ने इन आरोपों को हमेशा खारिज किया, लेकिन अब उन्होंने समझौते के तहत स्वीकार कर लिया है।

विकिलीक्स ने भारतीय नेताओं के बारे में भी किए खुलासे
2011 में विकिलीक्स ने मायावती को तानाशाह और भ्रष्ट बताया था, जो सैंडल मंगवाने के लिए अपने निजी प्लेन को मुंबई भेजती थीं। इसी तरह, कमलनाथ पर भी आरोप लगे थे कि उन्होंने 1976 में न्यूक्लियर डील से जुड़ी गोपनीय जानकारी अमेरिका को दी थी।

असांजे को 2010 में लंदन से अरेस्ट किया गया था
असांजे को 2010 में स्वीडन की अपील पर लंदन में गिरफ्तार किया गया था, जहां उन पर रेप का आरोप था। स्वीडन भेजे जाने से बचने के लिए उन्होंने 2012 में लंदन में इक्वाडोर के दूतावास में शरण ली। 2019 में इक्वाडोर की सरकार ने शरण देने से इनकार कर दिया और असांजे को गिरफ्तार कर लिया गया।

अमेरिका में असांजे पर दर्ज हुए थे 18 मामले
अमेरिका ने 2019 में असांजे पर हैकिंग की साजिश रचने का आरोप लगाया था और 23 मई 2019 को अमेरिका की ग्रैंड ज्यूरी ने असांजे के खिलाफ जासूसी के 18 केस दर्ज किए। इसके बाद से वह लंदन की बेलमार्श जेल में बंद थे। असांजे ने विकीलीक्स की स्थापना से पहले कंप्यूटर प्रोग्रामर और हैकर के रूप में काम किया था।

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