Lashkar-e-Taiba Commander azam Cheema: पाकिस्तान में रह रहे भारत के एक और दुश्मन की मौत हो गई। नाम आजम चीमा था। लश्कर-ए-तैयबा के खुफिया प्रमुख आजम चीमा की 70 साल की उम्र में फैसलाबाद में दिल का दौरा पड़ने से मौत हुई। चीमा, 26/11 के मुंबई हमलों की प्लानिंग करने और उसे अंजाम देने में शामिल था। उसे लश्कर-ए-तैयबा के ऑपरेशन में एक प्रमुख कमांडर माना जाता था।
आजम चीमा की मौत ऐसे समय हुई, जब पाकिस्तान ने भारतीय एजेंसियों पर लश्कर ए तैयबा के कई गुर्गों की हत्याओं के पीछे होने का आरोप लगाया। हालांकि भारत इस आरोप से इनकार करता है। भारत ने कहा कि वह ऐसी हिट लिस्ट नहीं रखता है। अगर कोई सूची होती तो हाफिज सईद और जेईएम प्रमुख मौलाना मसूद अज़हर जैसे कई बड़े आतंकियों के नाम सबसे ऊपर होते।
चीमा की मौत से पाकिस्तान हुआ बेनकाब
आजम चीमा की मौत ने पाकिस्तान को बेनकाब कर दिया है। वह 26/11 के मुंबई आतंकवादी हमलों और जुलाई 2006 के मुंबई ट्रेन बम विस्फोटों के अलावा भारत में कई अन्य आतंकवादी हमलों के मुख्य साजिशकर्ताओं में से एक था। लेकिन पाकिस्तान उसकी अपने देश में मौजूदगी से इंकार करता रहा।
वेश बदलने में माहिर था चीमा
आजम चीमा को वेशभूषा बदलने में माहिर माना जाता है। उसने 2000 के दशक की शुरुआत में पाकिस्तान के बहावलपुर में अपना समय बिताया। वहां वह अपनी पत्नी और दो बच्चों के साथ रहता था। उसे अक्सर छह बॉडीगार्ड्स के साथ एक लैंड क्रूजर में घूमते देखा जाता था। वह बहावलपुर में हथियारों का प्रशिक्षण ले रहे जेहादियों का ब्रेनवॉश करने के लिए पूर्व आईएसआई प्रमुख जनरल हामिद गुल, ब्रिगेडियर रियाज़ और कर्नल रफीक को लाया था। वह कभी-कभी कराची जाता था।
आजम चीमा को भारतीय भूगोल की अच्छी जानकारी थी। उसने जिहादियों को मैप पर भारत के प्रमुख प्रतिष्ठानों को देखना सिखाया। वह 2000 के दशक के मध्य में सैटेलाइट फोन के माध्यम से पूरे भारत में लश्कर के आतंकवादियों को निर्देश भी देता था।
अमेरिका ने चीमा को बताया था लश्कर का कमांडर
अमेरिकी राजकोष विभाग ने लश्कर-ए-तैयबा के अभियानों में एक प्रमुख कमांडर के रूप में नामित किया था। अमेरिका का कहना है कि आजम चीमा का संबंध ओसामा बिन लादेन के अल-कायदा नेटवर्क से भी था। दिसंबर 2001 में अमेरिका द्वारा और मई 2005 में संयुक्त राष्ट्र समिति द्वारा लश्कर को एक विदेशी आतंकवादी संगठन के रूप में नामित किया गया था।