Earthquake: जापान के तटीय इलाकों में गुरुवार, 4 अप्रैल को एक बार फिर भूकंप आया। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 6.3 मापी गई। यूरोपीय-भूमध्यसागरीय भूकंप विज्ञान केंद्र ने कहा कि जापान के होंशू के पूर्वी तट पर भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप की गहराई 40 किमी थी। गनीमत रही कि अभी तक किसी नुकसान या किसी के हताहत होने की रिपोर्ट नहीं आई है। फिलहाल झटके टोक्यो में भी महसूस किए गए।
फुकुशिमा न्यूक्लियर पॉवर प्लांट के संचालक टीईपीसीओ ने कहा कि भूकंप के जोरदार झटके महसूस किए गए। हालांकि प्लांट को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है।
जापान में घर निर्माण के नियम बेहद सख्त
जापान में हर साल 1500 से ज्यादा भूकंप आते हैं। ऐसे में बिल्डिंग्स का निर्माण बेहद सख्त नियमों के तहत किया जाता है। हमेशा भूकंप रोधी बिल्डिंग का निर्माण किया जाता है। देश के करीब 125 मिलियन लोगों को हर साल भूकंप का सामना करना पड़ता है।
ताइवान में मृतकों की संख्या 9 पहुंची
बुधवार, 3 अप्रैल को ताइवान में शक्तिशाली भूकंप आया था। मृतकों की संख्या 9 पहुंच चुकी है। जबकि 1,000 से अधिक लोग घायल हो गए थे। 7.4 तीव्रता के भूकंप से ताइवान में दर्जनों इमारतें क्षतिग्रस्त हो गईं और जापान और फिलीपींस तक सुनामी की चेतावनी जारी कर दी गई।
जापान का अब तक का सबसे बड़ा भूकंप मार्च 2011 में जापान के उत्तर-पूर्वी तट पर समुद्र के अंदर 9.0 तीव्रता का एक बड़ा झटका था। जिसके कारण सुनामी आई और लगभग 18,500 लोग मारे गए या लापता हो गए। आपदा ने फुकुशिमा परमाणु संयंत्र में तीन रिएक्टरों को भी पिघला दिया, जिससे जापान की युद्ध के बाद की सबसे खराब आपदा और चेरनोबिल के बाद सबसे गंभीर परमाणु दुर्घटना हुई। इसकी कुल लागत 16.9 ट्रिलियन येन आंकी गई थी।