Maryam Nawaz Punjab's First Female Chief Minister: पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (PML-N) की उम्मीदवार मरियम नवाज ने पंजाब की पहली महिला मुख्यमंत्री बनकर इतिहास रच दिया है। उन्होंने चुनाव में 220 वोट हासिल किए और अपने प्रतिद्वंद्वी सुन्नी इत्तेहाद काउंसिल (SIC) के राणा आफताब अहमद को हराया। इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ के समर्थन वाली सुन्नी इत्तेहाद काउंसिल ने मतदान प्रक्रिया का बहिष्कार कर दिया था। इस कारण राणा आफताब को एक भी वोट नहीं मिले। पाकिस्तान के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ, जब एक महिला मुख्यमंत्री का चुनाव हुआ है।
पंजाब का पाकिस्तान में अहम रोल
पाकिस्तान में पंजाब प्रांत राजनीतिक तौर पर काफी अहम है। यहां की कुल आबादी 1.2 करोड़ है। विधानसभा के लिए कुल 337 विधायकों का चुनाव होता है। मरियम नवाज ने रविवार को पंजाब प्रांत के मुख्यमंत्री पद के लिए नॉमिनेशन दाखिल किया था। इस चुनाव में इमरान खान की पार्टी ने सुन्नी इत्तेहाद काउंसिल से हाथ मिलाया था। काउंसिल ने राणा आफताब अहमद को खड़ा किया था।
विधानसभ के नवनिर्वाचित अध्यक्ष मलिक अहमद खान ने मरियम नवाज की जीत का ऐलान किया। इससे पहले वोटिंग के दौरान स्पीकर ने पंजाब विधानसभा सत्र में कहा कि केवल मुख्यमंत्री के लिए चुनाव होंगे और किसी भी विधायक को सत्र के दौरान बोलने की अनुमति नहीं होगी। इससे नाराज होकर काउंसिल के विधायकों ने बहिष्कार कर दिया था।
स्पीकर और डिप्टी स्पीकर भी नवाज की पार्टी के
पंजाब विधानसभा सदस्यों के लिए शपथ ग्रहण समारोह पहले हुआ, जिसमें 371 में से 321 सदस्यों ने शपथ ली। पीएमएल-एन ने पहले पंजाब विधानसभा स्पीकर और डिप्टी स्पीकर चुनाव में जीत हासिल की थी। मलिक मुहम्मद अहमद खान को 224 वोटों के साथ स्पीकर के रूप में चुना गया, जबकि डिप्टी स्पीकर के लिए पीएमएल-एन के उम्मीदवार मलिक जहीर अहमद चन्नर ने एसआईसी के मोहम्मद मोइनुद्दीन को 220 वोटों से हराया।
कौन हैं मरियम नवाज?
मरियम नवाज पाकिस्तान के पूर्व पीएम नवाज शरीफ की बेटी हैं। वह परिवार के सोशल वर्क में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेती थीं। 1992 में उन्होंने सफदर अवान से शादी की। सफदर उस समय पाकिस्तानी सेना में कैप्टन थे और प्रधान मंत्री के रूप में नवाज शरीफ के कार्यकाल के दौरान उनके सुरक्षा अधिकारी थे। सफदर अवान से उनके तीन बच्चे हैं। 2012 में मरियम ने राजनीति में कदम रखा। 2013 के आम चुनावों के दौरान उन्हें पार्टी चुनाव अभियान का प्रभारी बनाया गया। 2013 में उन्हें प्रधानमंत्री युवा कार्यक्रम का अध्यक्ष नियुक्त किया गया। हालांकि, उनकी नियुक्ति को चैलेंज कर दिया गया। उन्होंने 2014 में उन्होंने इस पद से इस्तीफा दे दिया।
2024 के पाकिस्तानी आम चुनाव के दौरान मरियम नवाज पहली बार पाकिस्तान की नेशनल असेंबली (NA) और पंजाब की प्रांतीय असेंबली के लिए चुनी गईं।