Middle East Crisis updates: ईरान की राजधानी तेहरान में हुई हमास के पॉलिटिकल चीफ इस्माइल हानिया की हत्या और बेरूत में लेबनानी उग्रवादी गुट हिज़्बुल्लाह के सीनियर कमांडर की हत्या के बाद मध्य पूर्व (मिडिल ईस्ट) में तनाव चरम पर है। इन घटनाओं के बाद ईरान समर्थित गुटों ने बदले की धमकी दी है, जिससे चौतरफा युद्ध की आशंका बढ़ गई। रविवार (4 अगस्त) को हिज़्बुल्लाह ने इजरायल पर दर्जनों कत्युशा रॉकेट दागे। यह हमला लेबनान के कफर केला और देइर सिरियन पर इजरायली एस्ट्राइक का जवाब में किया गया।
ईरान ने हिज्बुल्लाह से कहा- अंदर तक अटैक करें
दूसरी ओर ईरान ने कहा है कि वह हिज़्बुल्लाह से उम्मीद करता है कि वे इजरायल के अंदर और गहराई तक हमला करे और सिर्फ सैन्य ठिकानों तक सीमित न रहें। ईरान के स्थानीय मीडिया के मुताबिक, बदले की यह कार्रवाई ज्यादा घातक है। उधर, इजरायल पर बड़े हमले की आशंका के चलते अमेरिका ने क्षेत्र में अतिरिक्त वॉरशिप और लड़ाकू विमानों को तैनात करने का ऐलान किया है। क्योंकि ईरान समर्थित "रेसिस्टेंस एक्सिस" हनिया की हत्या के जवाब की तैयारी कर रहा है।
इजरायल पर किसी भी वक्त ईरानी हमले का खतरा
अमेरिका और इजरायली अधिकारियों ने संकेत दिए हैं कि ईरान इजरायल पर किसी भी वक्त हमला शुरू कर सकता है। इससे पूर्व गैलील क्षेत्र में लेबनान की ओर से रॉकेट दागे गए, इजरायली आयरन डोम एयर डिफेंस सिस्टम ने इन्हें रोकने के लिए जबावी गोलीबारी की।
हानिया पर दागा गया था छोटी दूरी का रॉकेट: ईरान
- नए ईरानी राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन के शपथ ग्रहण में शामिल होने के बाद तेहरान में 31 जुलाई को इस्माइल हानिया की हत्या कर दी गई थी। 62 वर्षीय हानिया कतर में रहते थे और हमास के राजनीतिक ब्यूरो के प्रमुख थे, जिसने 2007 से गाजा पट्टी पर शासन किया है। शनिवार को ईरान ने कहा कि हानिया को तेहरान में उनके आवास के बाहर से दागे गए "छोटी दूरी के रॉकेट" से मारा गया।
- हनिया की हत्या से एक दिन पहले बेरूत में हिज़्बुल्लाह के कमांडर फुआद शुकर की एक इज़रायली हवाई हमले में मौत हुई थी। ईरानी रिवोल्यूशनरी गार्ड्स ने इन घटनाओं के पीछे इज़रायल को दोषी ठहराते हुए अंजाम भुगतने की चेतावनी दी है। ईरान ने अमेरिका पर इज़रायल का समर्थन करने का भी आरोप लगाया है।