Middle East Crisis updates: मध्य पूर्व में एक नए युद्ध का खतरा मंडरा रहा है। एक्सियोस की रिपोर्ट में के मुताबिक, अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने G7 देशों के विदेश मंत्रियों को चेतावनी दी है कि इजरायल के खिलाफ सोमवार (5 अगस्त) से ईरान और हिजबुल्लाह के हमले शुरू हो सकते हैं। इससे एक दिन पहले लेबनान के उग्रवादी संगठन हिज्बुल्लाह ने इजरायल पर दर्जनों रॉकेट दागे थे, जिन्हें आयरन डोम सिस्टम ने ध्वस्त कर दिया। 

पीएम नेतन्याहू ने बुलाई हाई लेवल मीटिंग
हालांकि, इजरायल के प्रमुख दैनिक टाइम्स ऑफ़ इजरायल ने दावा किया है कि प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के नेतृत्व वाली सरकार इजरायली धरती पर हमले रोकने के लिए ईरान पर एहतियाती हमलों को मंजूरी दे सकती है। रिपोर्ट के मुताबिक, पीएम नेतन्याहू ने एक हाई लेवल मीटिंग बुलाई थी, जिसमें इजराइल की प्रमुख खुफिया एजेंसियां ​​मोसाद, शिन बेट और उनके प्रमुख डेविड बार्निया और रोनेन बार शामिल हुए। बैठक में इजरायल के रक्षा मंत्री योव गैलेंट और आईडीएफ चीफ ऑफ स्टाफ हर्जी हलेवी भी मौजूद रहे।

ईरान ने हिज्बुल्लाह से कहा- अंदर तक अटैक करें
दूसरी ओर, ईरान ने हिज़्बुल्लाह से कहा है कि वह इजरायल के अंदर और गहराई तक हमला करे और सिर्फ सैन्य ठिकानों तक सीमित न रहें। उधर, इजरायल पर बड़े हमले की आशंका के चलते अमेरिका ने क्षेत्र में अतिरिक्त वॉरशिप और लड़ाकू विमानों को तैनात करने का ऐलान किया है। क्योंकि ईरान समर्थित "रेसिस्टेंस एक्सिस" हनिया की हत्या के जवाब की तैयारी कर रहा है। फ्रांस और अमेरिका ने अपने नागरिकों को तुरंत लेबनान छोड़ने का आदेश दिया है। 

हमास चीफ हानिया की हत्या के बाद तनाव बढ़ा
ईरान की राजधानी तेहरान में हुई हमास के पॉलिटिकल चीफ इस्माइल हानिया की हत्या और बेरूत में लेबनानी उग्रवादी गुट हिज़्बुल्लाह के सीनियर कमांडर की हत्या के बाद मध्य पूर्व (मिडिल ईस्ट) में तनाव चरम पर है। इन घटनाओं के बाद ईरान समर्थित गुटों ने बदले की धमकी दी है, जिससे चौतरफा युद्ध की आशंका बढ़ गई। लेबनानी उग्रवादी समूह हिज़्बुल्लाह ने रविवार को कहा था कि उसने इजरायल पर दर्जनों कत्युशा रॉकेट दागे हैं, जो हमलों की श्रृंखला में ताजा घटना है।

हानिया पर दागा गया था छोटी दूरी का रॉकेट: ईरान  
तेहरान में 31 जुलाई को इस्माइल हानिया की हत्या कर दी गई थी। 62 वर्षीय हानिया कतर में रहते थे और हमास के राजनीतिक ब्यूरो के प्रमुख थे, जिसने 2007 से गाजा पट्टी पर शासन किया है। ईरान ने शनिवार को बताया कि हानिया को तेहरान में उनके आवास के बाहर से दागे गए "छोटी दूरी के रॉकेट" से मारा गया। वे ईरानी राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन के शपथ ग्रहण में शामिल होने तेहरान गए थे। इससे एक दिन पहले बेरूत में हिज़्बुल्लाह के कमांडर फुआद शुकर की एक इज़रायली हवाई हमले में मौत हुई थी। ईरानी रिवोल्यूशनरी गार्ड्स ने इन घटनाओं के पीछे इज़रायल को दोषी ठहराते हुए अंजाम भुगतने की चेतावनी दी है। 

ईरानी प्रॉक्सी वॉर का हथियार है हिज्बुल्लाह
1980 के दशक की शुरुआत में ईरानी समर्थन से शुरू हुआ हिज्बुल्लाह मिडिल ईस्ट में ईरान के पहले प्रॉक्सी वॉर (छद्म युद्ध) की अगुआई करता है। इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (आईआरजीसी) द्वारा वित्त पोषित और सशस्त्र उग्रवादी संगठन हिज्बुल्लाह तेहरान की मूल विचारधारा को साझा करता है और खासतौर से लेबनान की शिया मुस्लिम आबादी से भर्ती करता है।