Moscow Attack: आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (IS) ने दुनिया की महाशक्तियों में शामिल रूस पर शुक्रवार रात घातक हमला किया। राजधानी मॉस्को के पास कॉन्सर्ट हॉल में हुए इस टेरर अटैक में अब तक 115 लोगों की मौत हो चुकी है। क्रेमलिन ने शनिवार को बताया कि रशियन सिक्योरिटी एजेंसियों ने 4 संदिग्ध बंदूकधारियों समेत 11 लोगों को गिरफ्तार किया है। आतंकी हमले की जिम्मेदारी इस्लामिक स्टेट ने ली है, लेकिन रूस यूक्रेनी लिंक ढूंढने की कोशिश कर रहा है। हालांकि, यूक्रेन के राष्ट्रपति के सलाहकार मायखाइलो पोडोल्याक ने कहा कि इससे यूक्रेन का कोई लेना-देना नहीं है।
टॉयलेट में मिले 28 शव, माएं बच्चों को सीने लगाए थीं
न्यूज एजेंसी रायटर्स के मुताबिक, करीब 4 से 5 अज्ञात बंदूकधारियों ने क्रोकस सिटी हॉल के कॉन्सर्ट हॉल में बैठे लोगों को अंधाधुंध गोलियां बरसाईं। हमले के बाद लोग दहशत में सड़कों पर भागते दिखाई दिए और बिल्डिंग में आग लगने के बाद धमाका हुआ। क्रोकस सिटी हॉल में 28 शव एक टॉयलेट में और 14 शव सीढ़ियों पर पड़े मिले हैं। कई महिलाएं अपने बच्चों को सीने से लगाए मृत पाई गईं। रूस में पिछले 20 सालों में यह सबसे घातक हमला है।
आंतकियों ने यूक्रेन में छिपने का बनाया था प्लान
रूस की एफएसबी सिक्योरिटी सर्विस ने बताया कि उसने चार आतंकवादियों को यूक्रेन बॉर्डर की ओर भागते वक्त गिरफ्तार किया है, जो कि यूक्रेन में संपर्क थे। गिरफ्तार आतंकियों को मॉस्को भेजा जा रहा है। विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया ज़खारोवा ने कहा- खूनी खेल खेलने वाले आतंकियों ने यूक्रेन में छिपने की योजना बनाई थी। रूसी सांसद आंद्रेई कार्तपोलोव ने बताया कि अगर इस अटैक में यूक्रेन शामिल है, तो रूस को जंग के मैदान में ठोस जवाब देना चाहिए।
आतंकियों की कार में मिले ताजिकिस्तान के पासपोर्ट
राष्ट्रपति कार्यालय क्रेमलिन ने कहा कि एफएसबी चीफ ने राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को आतंकियों की गिरफ्तारी की सूचना दी है। उनके मददगारों की तलाश में छापेमारी की जा रही है। हमलावर रेनॉल्ट कार में सवार होकर भाग रहे थे। पुलिस ने शुक्रवार रात मॉस्को से 340 किमी दूर ब्रांस्क इलाके में कार को रोकने की कोशिश की थी। लेकिन आतंकी भागने लगे, इस दौरान पुलिस टीम ने कार का पीछाकर दो आतंकियों को पकड़ लिया। दो अन्य जंगल में भाग गए, जिन्हें बाद में गिरफ्तार कर लिया गया। उनकी कार में एक पिस्टल, असॉल्ट राइफल, मैगजीन और ताजिकिस्तान के पासपोर्ट मिले। बता दें कि ताजिकिस्तान मुख्य रूप से मुस्लिम मध्य एशियाई देश है, जो कभी सोवियत संघ का हिस्सा था।
कुछ मौतें आग में जलने से हुईं: अमेरिकी एजेंसी
अमेरिका जांच एजेंसी ने कहा है कि आतंकी हमले में मरने वालों का आंकड़ा बढ़कर 115 हो गया है। कॉम्बैट यूनिफॉर्म में आए हमलावरों ने क्रोकस सिटी हॉल के कॉन्सर्ट में आए लोगों पर ऑटोमैटिक हथियारों से गोलीबारी की थी। कुछ लोगों की मौत गोली लगने से हुई और कुछ जानें आग की चपेट में आने से हुईं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, बंदूकधारियों ने रूकसैक में रखे कंटेनर्स से निकले पेट्रोल का इस्तेमाल कर आग लगाई थी।