NSA Ajit Doval meets Emmanuel Macron: राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजित डोवाल ने पेरिस में फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों को रूस-यूक्रेन युद्ध पर भारत के प्रयासों की जानकारी दी। उन्होंने रूस और यूक्रेन के राष्ट्रपतियों से हुई बातचीत के बारे में बताया, जिसमें युद्ध समाप्ति के विकल्पों पर चर्चा की गई थी। अधिकारियों का मानना है कि मैक्रॉन को उम्मीद है कि भारत इस युद्ध को रोकने में एक सकारात्मक भूमिका निभा सकता है, क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का दोनों नेताओं के बीच विश्वास बना हुआ है। 

भारत और फ्रांस के बीच बढ़ी रक्षा साझेदारी  
डोवाल और मैक्रॉन के बीच बातचीत के दौरान भारत-फ्रांस के रणनीतिक सहयोग को और मजबूत करने पर विशेष जोर दिया गया। इस बैठक में मैक्रॉन के कूटनीतिक सलाहकार इमैनुएल बॉन और रक्षा मंत्री सेबेस्टियन लेकर्मु भी शामिल थे। इसमें दोनों देशों के बीच रक्षा समझौते और आर्थिक सहयोग के विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से चर्चा की गई।

NSA Ajit Doval meets Emmanuel Macron

आत्मनिर्भर भारत के लिए फ्रांस की विशेष पेशकश  
फ्रांस ने भारत को 'आत्मनिर्भर भारत' अभियान में सहयोग का आश्वासन दिया है। फ्रांस ने 100% तकनीकी हस्तांतरण के साथ भारत में राफेल लड़ाकू विमानों और सफ्रान इंजन के निर्माण की पेशकश की है। साथ ही, दोनों देश साइबर सुरक्षा, सैन्य उपग्रहों और परमाणु पनडुब्बियों के क्षेत्र में भी मिलकर काम करने को तैयार हैं।

 

NSA Ajit Doval meets Emmanuel Macron

राफेल विमानों और सबमरीन डील पर भी हुई चर्चा
भारतीय नौसेना और फ्रांसीसी निर्माता के बीच INS विक्रांत के लिए 26 राफेल M लड़ाकू विमानों के सौदे पर भी चर्चा हुई। फ्रांसीसी निर्माता ने इस सौदे की लागत को करीब 500 मिलियन यूरो कम कर दिया है। उम्मीद है कि यह सौदा वर्ष के अंत तक पूरा हो जाएगा। फ्रांस और भारत के बीच तीन नई कलवरी श्रेणी की पनडुब्बियों के निर्माण पर भी समझौता हुआ। ये पनडुब्बियां पहले से ज्यादा सक्षम और मजबूत होंगी। यह समझौता दोनों देशों के रक्षा सहयोग को और भी गहरा करेगा। 

NSA Ajit Doval meets Emmanuel Macron

रूस-यूक्रेन युद्ध पर मैक्रों ने जताई चिंता  
फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों ने पीएम मोदी की तारीफ की। मैक्रों ने उम्मीद जाहिर की भारत खास तौर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रूस और यूक्रेन के नेताओं के बीच विवाद सुलझाने में अहम भूमिका निभा सकते हैं। बता दें कि पीएम मोदी की कई बार इन नेताओं से बातचीत हो चुकी है। ऐसे में रूस- यूक्रेन की जंग को खत्म करवाने में पीएम मोदी की पहल कारगर साबित हो सकती है।