Syria Coup: सीरिया में विद्रोही गुट द्वारा तख्तापलट के बाद राष्ट्रपति बशर अल-असद और उनका परिवार देश छोड़कर भाग गए। फिलहाल वे मास्को पहुंच चुके हैं और रूस ने मानवीय आधार पर उन्हें शरण दी है। रूस की सरकारी समाचार एजेंसी TASS ने रविवार देर रात यह जानकारी दी है।

दमिश्क पर विद्रोहियों का कब्जा
यह घटनाक्रम ऐसे समय में हुआ है जब इस्लामिक गुट हयात तहरीर अल-शाम (HTS) के नेतृत्व में विद्रोहियों ने सीरिया की राजधानी दमिश्क पर नियंत्रण कर लिया है। HTS ने हाल ही में तेजी से बढ़त बनाते हुए होम्स समेत कई बड़े शहरों पर कब्जा कर लिया है।

असद की रहस्यमयी उड़ान
फ्लाइट ट्रैकिंग वेबसाइट फ्लाइटरडार के अनुसार, रविवार को दमिश्क एयरपोर्ट से एक सीरियन एयर का विमान उड़ा, जो पहले तटीय क्षेत्र की ओर बढ़ा। लेकिन अचानक दिशा बदलकर कुछ समय के लिए रडार से गायब हो गया। माना जा रहा है कि विमान ने सुरक्षा कारणों से अपना ट्रांसपोंडर बंद कर दिया था। बाद में यह पता चला कि असद और उनका परिवार इसी विमान से मास्को पहुंचे हैं।

HTS ने किया शासन के अंत का ऐलान

  • HTS ने राजधानी दमिश्क में घुसते ही ऐलान किया, "50 साल के बाथ पार्टी शासन और 13 साल के अत्याचार के बाद आज एक नए युग की शुरुआत हो रही है।" विद्रोहियों ने दमिश्क के मशहूर उमय्यद मस्जिद में प्रवेश कर अपनी जीत का जश्न मनाया।
  • देशभर में लोगों ने बशर अल-असद और उनके पिता हाफिज अल-असद की मूर्तियों को तोड़ दिया। विद्रोहियों ने दमिश्क के कुख्यात सेदनाया जेल को तोड़कर कैदियों को रिहा कर दिया। यह जेल असद शासन के अत्याचारों का प्रतीक मानी जाती थी।

एचटीएस नेता ऐतिहासिक मस्जिद पहुंचे
एचटीएस के इस्लामी लीडर अबू मोहम्मद अल-जोलानी ने दमिश्क की ऐतिहासिक उमय्यद मस्जिद का दौरा किया, जहां भीड़ ने मुस्कुराहट और गले लगाकर उनका स्वागत किया। एचटीएस अल-कायदा की सीरियाई शाखा है। पश्चिमी सरकारों द्वारा आतंकवादी संगठन के रूप में प्रतिबंधित एचटीएस ने पिछले कुछ सालों में अपनी छवि को नरम करने की कोशिश की है। 

सीरिया में ऐतिहासिक नई शुरुआत: UN
संयुक्त राष्ट्र ने असद के पतन को सीरिया के लिए "ऐतिहासिक नई शुरुआत" करार दिया है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी सीरिया की स्थिति पर प्रतिक्रिया दी है। अब सीरिया के नागरिक 50 साल के लंबे अत्याचारी शासन के अंत के बाद नई उम्मीदों के साथ लोकतंत्र और स्वतंत्रता की राह देख रहे हैं।