Mustafa Kamal Criticizes Karachi Infrastructure: भारत के बढ़ते कद की गूंज दुनिया में सुनाई दे रही है। ताजा मामला हमसाए मुल्क पाकिस्तान से है। मुत्तहिदा कौमी मूवमेंट पाकिस्तान (MQM-P) पार्टी के सांसद सैयद मुस्तफा कमाल ने बुधवार, 15 मई को कराची के इन्फ्रास्ट्रक्चर की तुलना भारत से की। उन्होंने कहा कि एक तरफ भारत चंद्रमा पर पहुंच गया। उसने चंद्रयान-3 को सफलतापूर्वक अंजाम दिया। दूसरी तरफ हमारे देश के बच्चे खुले गटर में गिरकर मर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमारे मुल्क में ढाई करोड़ से अधिक बच्चे स्कूल नहीं जा रहे हैं।
दुनिया चांद पर जा रही
कमाल ने टीवी पर आने वाली खबरों के जरिए कहा कि आज जब दुनिया चांद पर जा रही है, हमारे बच्चे कराची में गटर में गिरकर मर रहे हैं। हम अपने टीवी स्क्रीन पर खबर देखते हैं कि भारत चांद पर पहुंच गया है और इसके ठीक दो सेकंड बाद खबर आती है कि कराची में खुले गटर में एक बच्चे की मौत हो गई।
उन्होंने पेयजल की सुविधाओं पर भी बात की। कहा कि कराची शहर में लगभग 20.3 मिलियन (2.3 करोड़) लोग रहते हैं। कराची पाकिस्तान का रेवेन्यू इंजन है। जबसे पाकिस्तान बना तब से मुल्क में दो बंदरगाह कार्यरत हैं। दोनों बंदरगाह यहीं हैं। यह पूरे देश का एंट्री गेट है। 15 वर्षों तक कराची को शुद्ध पानी नहीं मिला। जो भी पानी आया, वह भी टैंकर माफिया ने जमा कर लिया।
नेताओं को नींद नहीं आनी चाहिए
एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए कमाल ने आगे बताया कि सिंध प्रांत, जिसकी राजधानी कराची है, में कम से कम 70 लाख बच्चे स्कूल नहीं जा रहे हैं और राष्ट्रीय स्तर पर यह संख्या 2.6 करोड़ है। हमारे पास कुल 48,000 स्कूल हैं, लेकिन एक नई रिपोर्ट कहती है कि इनमें से 11,000 'भूतिया स्कूल' हैं। सिंध में 70 लाख और देश में 2.62 करोड़ बच्चे स्कूल नहीं जा रहे हैं। यह जानकार हमारे नेताओं को नींद नहीं आनी चाहिए।
मौलाना फजलुर रहमान ने की थी भारत की तारीफ
सैयद मुस्तफा कमाल से पहले पाकिस्तानी राजनेता मौलाना फजलुर रहमान ने भारत की तारीफ की थी। उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच आर्थिक असमानताओं पर अपनी बात रखी थी। उन्होंने कहा था कि दोनों मुल्क एक साथ आजाद हुए। लेकिन भारत एक महाशक्ति बनने का सपना देख रहा है, और हम दिवालियापन से बचने के लिए भीख मांग रहे हैं। यहां पढ़िए पूरी खबर