Asif Ali Zardari Forgoes Salary: पाकिस्तान के नव निर्वाचित राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने देश की आर्थिक चुनौतियों को देखते हुए वेतन नहीं लेने का निर्णय लिया है। उनके कार्यालय ने मंगलवार को कहा कि पाकिस्तान के सामने मौजूद आर्थिक चुनौतियों को देखते हुए जरदारी ने वित्तीय प्रबंधन को प्रोत्साहित करने के प्रयास में यह निर्णय लिया। उनका मकसद राष्ट्रीय खजाने पर बोझ नहीं डालना है।
10 मार्च को जरदारी ने ली शपथ
आसिफ अली जरदारी को 9 मार्च को पाकिस्तान के 14वें राष्ट्रपति के रूप में चुना गया। अगले दिन 10 मार्च को उन्होंने अपने पद एवं गोपनीयता की शपथ ली। यह उनका बतौर राष्ट्रपति दूसरा कार्यकाल है। इससे पहले उन्होंने 2008 से 2013 तक राष्ट्रपति के रूप में कार्य किया था।
गृह मंत्री ने भी लिया जरदारी जैसा फैसला
राष्ट्रपति जरदारी की तरह मोहसिन नकवी ने अपना वेतन नहीं लेने का फैसला लिया है। उन्होंने सोमवार को पाकिस्तान के नए आंतरिक मंत्री के रूप में पदभार संभाला। उन्होंने मंगलवार को एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि इस कार्यकाल के दौरान अपना वेतन छोड़ने का फैसला किया है। इस चुनौतीपूर्ण समय में हर संभव तरीके से हमारे देश का समर्थन और सेवा करने के लिए प्रतिबद्ध हूं।
कितनी मिलती है राष्ट्रपति को सैलरी?
पाकिस्तान में राष्ट्रपति को 2800 डॉलर मिलती है। भारतीय रुपए में यह 8 लाख 46 हजार 550 रुपए है। भारत में राष्ट्रपति की सैलरी 5 लाख होती है। राष्ट्रपति को कई सारी सुविधाओं के साथ भत्ते भी मिलते हैं।
पाकिस्तान फिर लेगा कर्ज
पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था पिछले कई सालों से तेजी से गिर रही है। जिससे अनियंत्रित मुद्रास्फीति यानी महंगाई बढ़ रही है। पिछले महीने सामने आया था कि पाकिस्तान की नई सरकार 2024 में देय अरबों डॉलर का कर्ज चुकाने में मदद करने के प्रयास में अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) से 6 बिलियन अमेरिकी डॉलर का नया ऋण लेने की योजना बना रही थी।
ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि पाकिस्तान आईएमएफ के साथ एक विस्तारित फंड सुविधा पर भी बातचीत करना चाहेगा। रिपोर्ट में कहा गया है कि बातचीत मार्च या अप्रैल में शुरू होने की संभावना है। आईएमएफ के अल्पकालिक बेलआउट के कारण, पाकिस्तान ने 2023 में डिफ़ॉल्ट को टाल दिया। लेकिन वह बेलआउट इस महीने समाप्त हो जाएगा।
आईएमएफ तीन अरब डॉलर की स्टैंड बाय अरेंजमेंट की आर्थिक समीक्षा के लिए बुधवार को पाकिस्तान पहुंच सकता है। यह बातचीत 14 से 18 मार्च तक चलने की संभावना है। पाकिस्तान के नवनिर्वाचित वित्त मंत्री मुहम्मद औरंगजेब समझौते और नए ऋण कार्यक्रम के लिए बातचीत के लिए तैयार हो गए हैं।