PM Modi Italy Visit G7 Summit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार देर रात जी7 शिखर सम्मेलन(G7 Summit) में भाग लेने के लिए इटली के अपुलिया पहुंचे। इस अहम अंतरराष्ट्रीय समिट के दौरान पीएम मोदी विभिन्न विश्व नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठकें कीं, जिनमें फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की शामिल रहे।
इटली की प्रधानमंत्री मेलोनी से भी मुलाकात
जेलेंस्की से मिले PM मोदी
रूस-यूक्रेन जंग के बीच सबसे ज्यादा चर्चा मोदी और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की की है। मुलाकात के दौरान दोनों नेता गले लगे। इसके बाद उनके बीच द्विपक्षीय बैठक हुई। जंग शुरू होने के बाद यह दूसरा मौका है जब मोदी जेलेंस्की से मिले हैं। इससे पहले पिछले साल दोनों नेताओं ने जापान में G7 समिट में मुलाकात की थी।
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से मिले पीएम मोदी
प्रधानमंत्री मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों के साथ मुलाकात हुई। दोनों नेताओं के बीच रक्षा, परमाणु, अंतरिक्ष, शिक्षा, जलवायु परिवर्तन, डिजिटल सार्वजनिक अवसंरचना, अहम तकनी, संपर्क और संस्कृति के क्षेत्रों में साझेदारी को और मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा हुई। दोनों नेताओं ने 'मेक इन इंडिया' पर अधिक ध्यान देने के साथ रणनीतिक रक्षा सहयोग को और तेज करने पर सहमति जाहिर की।
ब्रिटेन के पीएम ऋषि सुनक के साथ प्रधानमंत्री की बैठक
प्रधानमंत्री मोदी ने ऋषि सुनक से मुलाकात की और विभिन्न द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा की। दोनों नेताओं के बीच भारत और ब्रिटेन के संबंधाें को मजबूती देने पर चर्चा हुई। इसके साथ ही पीएम मोदी ने यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की के साथ भी बैठक की। इस दौरान रूस-यूक्रेन संघर्ष एजेंडे पर हावी रहा, जबकि भारत ने "बातचीत और कूटनीति" को सर्वोत्तम दृष्टिकोण के रूप में अपने रुख को दोहराया।
जी7 शिखर सम्मेलन का महत्त्व
जी7 के वर्तमान अध्यक्ष के रूप में इटली ने इस शिखर सम्मेलन की मेजबानी की, जिसमें कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, जापान, यूके, अमेरिका और यूरोपीय संघ के प्रतिनिधि हिस्सा ले रहे हैं।समिट के दौरान पीएम मोदी शुक्रवार की शाम इटली की प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे। साथ हीअमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन से भी प्रधानमंत्री की मुलाकात हो सकती है।
प्रधानमंत्री मोदी का बयान
इटली रवाना होने से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था कि उन्हें खुशी है कि उनके तीसरे कार्यकाल में उनकी पहली विदेश यात्रा जी7 शिखर सम्मेलन के लिए यूरोप में हो रही है। उन्होंने ट्वीट किया, "विश्व नेताओं के साथ सार्थक चर्चाओं में शामिल होने के लिए उत्सुक हूं। साथ मिलकर हम वैश्विक चुनौतियों का समाधान करना चाहते हैं और उज्जवल भविष्य के लिए अंतर्राष्ट्रीय सहयोग को बढ़ावा देना चाहते हैं।"
भारत का इस समिट में क्या है एजेंडा?
विदेश मंत्रालय के आधिकारिक प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक पोस्ट में लिखा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इटली के अपुलिया में ब्रिंडिसि हवाई अड्डे पर उतरे। एजेंडे में जी7 शिखर सम्मेलन के आउटरीच सत्र में भागीदारी और वैश्विक नेताओं के साथ सार्थक बातचीत शामिल है। एक एक्शन से भरपूर दिन आपका इंतजार कर रहा है! जायसवाल ने एक वीडियो पोस्ट में बताया कि 14 जून को प्रधानमंत्री मोदी की कई द्विपक्षीय बैठकें होंगी और वह जी7 शिखर सम्मेलन के आउटरीच सत्र को भी संबोधित करेंगे।
जी7 शिखर सम्मेलन 15 जून तक चलेगा
जी7 शिखर सम्मेलन 13-15 जून तक इटली के अपुलिया क्षेत्र में शानदार बोर्गो एग्नाज़िया रिसॉर्ट में हो रहा है। प्रधानमंत्री मोदी इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी के निमंत्रण पर शिखर सम्मेलन में भाग ले रहे हैं।इटली रवाना होने से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने कहा "मुझे खुशी है कि लगातार तीसरे कार्यकाल में मेरी पहली यात्रा G7 शिखर सम्मेलन के लिए इटली की है। मैं 2021 में G20 शिखर सम्मेलन के लिए इटली की अपनी यात्रा को गर्मजोशी से याद करता हूँ। पिछले साल प्रधानमंत्री मेलोनी की भारत की दो यात्राओं ने हमारे द्विपक्षीय एजेंडे में गति और गहराई लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। हम भारत-इटली रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने और हिंद-प्रशांत और भूमध्यसागरीय क्षेत्रों में सहयोग को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध हैं।"
इन देशों के नेताओं से होगी पीएम मोदी वार्ता
विदेश सचिव विनय मोहन क्वात्रा के मुताबिक, प्रधानमंत्री मोदी 14 जून को बतौर आउटरीच देश G7 समिट में हिस्सा लेंगे। G7 शिखर सम्मेलन में यह भारत की 11वीं और मोदी की लगातार 5वीं भागीदारी है। यहां मोदी के G7 आउटरीच देशों और अंतरराष्ट्रीय संगठनों के नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठक करने की उम्मीद है। क्वात्रा ने कहा कि समिट में पीएम मोदी को G7 में शामिल वैश्विक नेताओं के साथ भारत और ग्लोबल साउथ के लिए अहम मुद्दों पर बातचीत का अवसर मिलेगा। पीएम मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन एक दूसरे से मुलाकात कर सकते हैं। हालांकि, इसे लेकर अब तक भारत सरकार की ओर से कोई औपचारिक पुष्टि नहीं की गई है।
भारत की जी7 शिखर सम्मेलन में भागीदारी
यह G7 शिखर सम्मेलन में भारत की 11वीं भागीदारी और पीएम मोदी की लगातार पांचवीं भागीदारी होगी। पीएम मोदी के अपने इतालवी समकक्ष के साथ द्विपक्षीय बैठक करने की भी उम्मीद है।प्रधानमंत्री मोदी की इटली यात्रा और जी7 शिखर सम्मेलन में भागीदारी से भारत-इटली द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने और वैश्विक मुद्दों पर सहयोग बढ़ाने का अवसर मिलेगा। इस शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री मोदी की भागीदारी भारत की वैश्विक भूमिका को और अधिक सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।