PM Narendra Modi Lands In Poland: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार, 21 अगस्त को पोलैंड की धरती पर कदम रखा। साथ ही 45 वर्षों में पोलैंड की यात्रा करने वाले पहले भारतीय प्रधानमंत्री बन गए। इससे पहले, 1979 में मोरारजी देसाई ने पोलैंड का दौरा किया था। पोलैंड पहुंचे पीएम मोदी का जोरदार स्वागत किया गया।

पोलैंड पहुंचे पीएम मोदी ने जाहिर की खुशी
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने इस ऐतिहासिक दौरे पर खुशी जाहिर की। उन्होने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में Twitter) पर लिखा, "पोलैंड में लैंड किया। यहां विभिन्न कार्यक्रमों का हिस्सा बनने के लिए उत्सुक हूं। यह दौरा भारत-पोलैंड दोस्ती को और अधिक गति देगा और हमारे दोनों देशों के लोगों को लाभ पहुंचाएगा।"

Właśnie wylądowałem w Polsce. Z niecierpliwością wyczekuję kolejnych punktów agendy. Wizyta ta nada rozpędu relacjom indyjsko-polskim i przyniesie korzyści naszym obu narodom. pic.twitter.com/6ewIUel50w

पोलैंड के पीएम और और राष्ट्रपति से मुलाकात करें प्रधानमंत्री मोदी
इस दौरे के दौरान प्रधानमंत्री मोदी पोलैंड के प्रधानमंत्री डोनाल्ड टस्क और राष्ट्रपति आंद्रेज डूडा से मिलेंगे। इसके अलावा, वह भारतीय प्रवासी समुदाय के सदस्यों के साथ भी बातचीत करेंगे। वह नवांगर के जम साहेब की स्मृति में पुष्पांजलि अर्पित भी करेंगे और मोंटे कैसिनो की लड़ाई के स्मारक और कोल्हापुर मेमोरियल का भी दौरा करेंगे।

मोदी ने पोलैंड को प्रमुख आर्थिक साझेदार बताया
दौरे से पहले, पीएम मोदी ने पोलैंड को भारत का "केंद्रीय यूरोप में प्रमुख आर्थिक साझेदार" बताया और इस साझेदारी को और आगे बढ़ाने की इच्छा व्यक्त की। उन्होंने कहा, "हमारी आपसी लोकतंत्र और बहुलवाद के प्रति प्रतिबद्धता हमारे संबंधों को और मजबूत करती है। मैं अपने मित्र प्रधानमंत्री डोनाल्ड टस्क और राष्ट्रपति आंद्रेज डूडा से मिलने के लिए उत्सुक हूं ताकि हमारी साझेदारी को और आगे बढ़ाया जा सके।"

दो दिन बाद यूक्रेन जाएंगे प्रधानमंत्री मोदी
शुक्रवार, 23 अगस्त को प्रधानमंत्री मोदी यूक्रेन की यात्रा करेंगे। यह यात्रा उन्हें यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की के निमंत्रण पर की जा रही है। रूस से चल रही युद्ध के बीच पीएम मोदी का यूक्रेन दौरे को अहम है। यूक्रेन का दौरा ऐसे समय में हो रहा है जब भारत को रूस से तेल खरीदने और संयुक्त राष्ट्र में रूस की निंदा से बचने के कारण पश्चिमी देशों से आलोचना का सामना करना पड़ रहा है।

पोलैंड और यूक्रेन से रिश्ते होंगे मजबूत
प्रधानमंत्री मोदी की यह यात्रा भारत की कूटनीतिक संतुलनकारी नीति को दर्शाएगी और पोलैंड और यूक्रेन दोनों के साथ रिश्तों को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगी।