Russia's Birth Rate: यूक्रेन के साथ युद्ध के बीच रूस के सामने घटती आबादी का संकट मंडराने लगा है। रूस में जन्मदर (Russia's Birth Rate) में भारी गिरावट को लेकर सरकार ने चिंता जताई है, और इसे सुधारने के लिए अजीबो-गरीब उपाय अपनाने शुरू कर दिए हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने काम के दौरान लंच और कॉफी ब्रेक में रूसी नागरिकों शारीरिक संबंध बनाने यानी सेक्स करने की सलाह दी है ताकि देश में बच्चों की जन्मदर को बढ़ाया जा सके। अभी रूस की प्रजनन दर प्रति महिला करीब 1.5 बच्चे है, जो कि जरूरी 2.1 दर से काफी कम है, जिससे देश की जनसंख्या स्थिर नहीं रह सकेगी।

1999 के बाद रूस में बर्थ रेट सबसे निचले स्तर
रूस की जन्मदर इस समय 1999 के बाद के सबसे निचले स्तर पर है। जून 2024 में देश में 1 लाख से कम बच्चों का जन्म हुआ और सरकारी आंकड़े बताते हैं कि 2024 में जनवरी से जून (6 महीने) के बीच 16,000 कम बच्चों का जन्म हुआ, जबकि मौतों की संख्या में 18% की बढ़ोतरी आई। यूक्रेन के साथ जारी युद्ध के चलते भी जनसंख्या में गिरावट दर्ज की गई है, क्योंकि बड़ी संख्या में युवा रूस छोड़कर जा रहे हैं।

14 घंटे काम करने वाले बच्चे पैदा करने के लिए वक्त कैसे निकालें?
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. येवगेनी शस्तोपालोव ने कहा कि काम में व्यस्त होना बच्चे पैदा करने से बचने का कोई वाजिब कारण नहीं हो सकता है। उन्होंने सुझाव दिया कि लोग परिवार बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित करने के लिए छुट्टियों का फायदा उठा सकते हैं। जब रिपोर्टर ने उनसे पूछा कि दिन में 12 से 14 घंटे काम करने वाले लोग बच्चे पैदा करने के लिए समय कैसे निकालेंगे, तो उन्होंने सुझाव देते हुए जवाब दिया कि वे अपने ब्रेक के समय का उपयोग कर सकते हैं। इससे पहले, पुतिन ने जोर देकर कहा था, ''रूसी लोगों का संरक्षण हमारी सर्वोच्च राष्ट्रीय प्राथमिकता है। रूस का भाग्य....इस पर निर्भर करता है कि हममें से कितने लोग वहां होंगे। यह राष्ट्रीय महत्व का सवाल है।''

इस गंभीर स्थिति को संभालने के लिए क्रेमलिन ने कई कदम उठाए हैं... 

  • 1) मुफ्त प्रजनन परीक्षण: मास्को में 18-40 वर्ष की महिलाओं को उनकी प्रजनन क्षमता जांचने के लिए मुफ्त परीक्षण की सुविधा दी जा रही है।
  • 2) नियोक्ताओं पर दबाव: सांसद तात्याना बुस्तकाया ने एक योजना प्रस्तावित की है, जिसमें नियोक्ताओं को महिला कर्मचारियों को बच्चे पैदा करने के लिए प्रोत्साहित करने पर मजबूर किया जाएगा।
  • 3) प्रोत्साहन: चेल्याबिंस्क इलाके में 24 साल से कम उम्र की महिला छात्रों को पहले बच्चे के जन्म पर 8,500 पाउंड दिए जा रहे हैं।
  • 4) गर्भपात पर पाबंदी: गर्भपात (अबॉर्शन) की सुविधा को सीमित किया जा रहा है, और कई सार्वजनिक हस्तियों का कहना है कि महिलाओं का कर्तव्य है कि वे बच्चे पैदा करें और उनका पालन-पोषण करें।
  • 5) तलाक शुल्क में बढ़ोतरी: तलाक के चलन को कम करने के लिए इसके शुल्क को बढ़ा दिया गया है।

'महिलाएं 19-20 साल में बच्चे पैदा करना शुरू करें'
रूस की राजनीतिज्ञ अन्ना कुज़नेत्सोवा ने कहा कि महिलाओं को 19-20 साल की उम्र में बच्चे पैदा करना शुरू कर देना चाहिए, ताकि वे तीन या चार बच्चे पाल सकें। हालांकि, सरकार की इन नीतियों की आलोचना भी हो रही है, और जानकारों का कहना है कि ये उपाय महिलाओं की आजादी को खत्म करते हैं और इससे रूस के सामाजिक ढांचे पर नकारात्मक असर पड़ सकता है।