Rahul Gandhi In US: अमेरिका दौरे पर पहुंचे कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सोमवार को भारतीय राजनीति, अर्थव्यवस्था और भारत जोड़ो यात्रा पर चर्चा की। टेक्सास विश्वविद्यालय के छात्रों से बातचीत में राहुल ने भारत में रोजगार की समस्या का कारण उत्पादन में कमी को बताया। उन्होंने कहा कि चीन ने उत्पादन पर ध्यान दिया, जबकि भारत ने इसे नजरअंदाज किया। इस कारण चीन में रोजगार की समस्या नहीं है, लेकिन भारत में है।
भारत में प्रोडक्शन पर ध्यान नहीं दिया गया
राहुल गांधी ने कहा कि भारत में प्रोडक्शन पर पर्याप्त ध्यान नहीं दिया गया, जिसकी वजह से आज रोजगार की समस्या है। उन्होंने कहा, "आज भारत में ज्यादातर चीजें मेड इन चाइना हैं।" चीन ने उत्पादन पर ध्यान केंद्रित किया, जबकि भारत में उत्पादन का महत्व नहीं समझा गया। इसके चलते भारत में बेरोजगारी बढ़ी है, जबकि चीन और वियतनाम जैसे देशों में ऐसा नहीं है।
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प्रमुख काम केवल एक या दो लोगों को दिए जा रहे
राहुल गांधी ने गरीबी के मुद्दे पर कहा कि भारत में बंदरगाह और रक्षा अनुबंध जैसे प्रमुख काम केवल एक या दो लोगों को दिए जा रहे हैं। इससे देश में प्रोडक्शन की स्थिति खराब हो रही है। उन्होंने कहा कि गरीबों और छोटे कारोबारियों को आगे बढ़ाने के लिए नीतिगत बदलाव की जरूरत है। देश में आय और अवसरों की असमानता को खत्म करने की दिशा में प्रयास किए जाने चाहिए।
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सम पित्रोदा बोले- राहुल गांधी अब 'पप्पू' नहीं
कार्यक्रम के दौरान इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष सम पित्रोदा ने राहुल गांधी की सराहना की। उन्होंने कहा, "राहुल अब 'पप्पू' नहीं रहे। वो एक रणनीतिकार हैं, जिनके पास गहरी सोच है।" पित्रोदा ने कहा कि राहुल गांधी भारत के प्रमुख मुद्दों को समझते हैं और उनके पास एक स्पष्ट दृष्टिकोण है। राहुल गांधी ने भी यह साबित कर दिया है कि वे एक गंभीर नेता हैं जो जमीनी हकीकत को समझते हैं।
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भारत जोड़ो यात्रा ने बदला राजनीति का तरीका
राहुल गांधी ने बताया कि भारत जोड़ो यात्रा ने न केवल उनकी राजनीति बदल दी, बल्कि लोगों से जुड़ने का तरीका भी बदल दिया। उन्होंने कहा, "यह यात्रा मेरे लिए एक अद्भुत अनुभव रही। मैंने इस दौरान महसूस किया कि राजनीति में प्रेम और स्नेह भी हो सकता है।" उन्होंने यह भी बताया कि यात्रा के दौरान कई लोगों ने उनके साथ अपने निजी अनुभव साझा किए, जिससे उन्हें आम जनता की समस्याओं का गहरा एहसास हुआ।
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AI के आने से पैदा होंगे रोजगार के नए अवसर
राहुल गांधी ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और नई तकनीकों के बारे में बात करते हुए कहा कि हर बार नई तकनीक के आने पर नौकरियों के जाने की चिंता की जाती है। उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया कि रेडियो और कैलकुलेटर आने पर भी ऐसा ही हुआ था, लेकिन नई तकनीकें काम को नए सिरे से बदल देती हैं। इससे कुछ नौकरियां जाती हैं, लेकिन नई नौकरियां भी पैदा होती हैं। कंप्यूटर ने रोजगार के नए अवसर पैदा किए हैं और AI भी ऐसा ही करेगा।
भारत की शिक्षा प्रणाली को बदलने की जरूरत
शिक्षा के सवाल पर राहुल गांधी ने कहा कि भारत की शिक्षा प्रणाली को बदलने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि समस्या कौशल की कमी नहीं, बल्कि कुशल लोगों को समाज में कम सम्मान मिलने की है। इसके साथ ही, शिक्षा और व्यवसाय के बीच का अंतर भी एक बड़ी चुनौती है। उन्होंने RSS से जुड़े विश्वविद्यालयों के कुलपतियों की आलोचना की और इसे शिक्षा के साथ राजनीति का मिश्रण बताया।