Russia Terrorist Attack: रूस के दागिस्तान प्रांत में रविवार (23 जून) को आतंकियों ने तीन स्थानों पर हमले किए। इन हमलों में दो चर्च, एक सिनेगॉग (यहूदी मंदिर) और एक पुलिस पोस्ट को निशाना बनाया गया। इस हमले में एक पादरी, 6 पुलिसकर्मियों और एक गार्ड सहित कुल 8 लोगों की मौत हो गई। पुलिस के 12 जवान भी घायल हुए हैं। हमले के दौरान 4 आतंकी मारे गए हैं, जबकि कुछ हमलावर भागने में सफल रहे, जिनकी तलाश जारी है।
सिनेगॉग और चर्च पर हमला
डर्बेंट स्थित सिनेगॉग में आतंकियों ने आग लगा दी, जिसके बाद चर्च से भी धुआं उठता देखा गया। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि हमलावरों ने आधुनिक ऑटोमैटिक हथियारों से अंधाधुंध फायरिंग की। हमले के बादघटनास्थल पर भारी अफरा-तफरी मच गई। स्थानीय लोगों ने बताया कि चर्च और सिनेगॉग दोनों ही स्थानों पर भयानक आग लग गई थी। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। इन हमलों ने पूरे क्षेत्र में दहशत फैला दी है।
माखचकाला में पुलिस पोस्ट पर हमला
दागिस्तान की राजधानी माखचकाला में भी एक पुलिस पोस्ट पर हमला किया गया। इस हमले में 6 पुलिसकर्मियों की मौत हो गई और 12 लोग घायल हो गए। हमले के तुंरत बाद सुरक्षा बल एक्शन में आ गए। रूसी न्यूज एजेंसी TASS के मुताबिक, अधिकारियों ने बताया कि हमले के दौरान आतंकियों ने अंधाधुंध फायरिंग की, जिससे बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी घायल हुए। सुरक्षा बलों ने जवाबी कार्रवाई करते हुए 4 आतंकियों को मार गिराया।
हमले में अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी संगठन का हाथ
रूसी न्यूज एजेंसी TASS के अनुसार, हमलावर एक अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी संगठन के सदस्य थे। हालांकि, अभी तक किसी भी आतंकी संगठन ने इन हमलों की जिम्मेदारी नहीं ली है। सुरक्षा बलों का मानना है कि ये हमले संगठित रूप से किए गए थे। हमलावरों का मकसद क्षेत्र में अस्थिरता फैलाना था। जांच एजेंसियां इन हमलों की पूरी जानकारी जुटा रही हैं और हमलावरों के नेटवर्क का पता लगाने की कोशिश कर रही हैं।
रूस ने यूक्रेन और NATO पर लगाए आरोप
दागिस्तान के नेता अब्दुलखाकिम गडजियेव ने इन हमलों के पीछे यूक्रेन और NATO देशों की खुफिया सेवाओं को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने टेलीग्राम पर लिखा, 'इसमें कोई संदेह नहीं है कि ये आतंकी हमले किसी न किसी तरह से यूक्रेन और NATO देशों की खुफिया सेवाओं से जुड़े हैं।' हालांकि, रूस में आतंकी हमले को लेकर यूक्रेन की तरफ से अभी कोई बयान नहीं आया है। पड़ोसी देश चेचन्या के राष्ट्रपति रमजान कादिरोव ने भी इस घटना को उकसावे और बयानों के बीच कलह पैदा करने की कोशिश बताया है।
धार्मिक स्थलों पर किया गया हमला
रूसी न्यूज एजेंसियों के मुताबिक आतंकियों ने डर्बेंट में एक चर्च और एक सिनेगॉग (यहूदी धर्मस्थल) पर अत्याधुनिक हथियारों से अंधाधुंध गोलीबारी की। इस हमले में चर्च के पादरी फादर निकोले की गला रेतकर नृशंस हत्या कर दी गई। चर्च की सुरक्षा में तैनात एक सुरक्षाकर्मी की भी गोली मारकर हत्या की गई। हमलों का समय और तरीका देखकर ऐसा लगता है कि आतंकियों ने संगठित तरीके से यह हमले किए। जिस समय डर्बेंट में हमला हो रहा था, उसी समय माखचकाला में भी एक पुलिस यातायात स्टॉप पर हमला किया गया। माखचकाला के हमले में 12 कानून प्रवर्तन अधिकारी घायल हुए हैं।