Russia-Ukraine Prisoners Exchange: रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध के बीच शनिवार को दोनों देशों ने एक-दूसरे के 230 सैनिकों को रिहा किया। दोनों देशों ने संयुक्त अरब अमीरात (UAE) को इस प्रक्रिया में मध्यस्थ की भूमिका अदा करने के लिए धन्यवाद दिया है। यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की ने सोशल मीडिया के जरिए कैदियों की इस अदला-बदली की जानकारी दी। जेलेंस्की ने कहा कि हमारे 115 सैनिक वापस घर लौट आए हैं। यह सारे सैनिक हमारे रक्षक हैं। हम हर एक सैनिक को वापस लाने के लिए हर संभव कोशिश कर रहे हैं।
रूसी सैनिकों की रिहाई पर रूस का बयान
रूस के रक्षा मंत्रालय ने इस अदला-बदली पर कहा कि बातचीत के माध्यम से हमारे 115 रूसी सैनिकों को यूक्रेनी कैद से आजाद किया गया है। फिलहाल, रिहा हुए हमारे सभी सैनिक बेलारूस में हैं, जहां उनका इलाज किया जा रहा है। इलाज होने के बाद, हमारे सभी सैनिक अपने वतन वापस लौट जाएंगे। रूस ने भी अपने सैनिकों की वापसी सुनिश्चित कराने में अहम भूमिका अदा करने के लिए UAE की तारीफ की है।
🔴RUSSIA 🇷🇺-UKRAINE 🇺🇦| The two countries exchanged today 230 prisoners of war (115 on each side) : the #UnitedArabEmirates served as intermediary. Among the soldiers exchanged, those of 🇷🇺 captured in #Kursk & those of 🇺🇦 who held the siege of the Azovstal factory in #Mariupol. pic.twitter.com/LPMjBzpWG7
— Nanana365 (@nanana365media) August 24, 2024
जंग के बाद सातवीं बार हुई कैदियों की अदला-बदली
यह आदान-प्रदान युद्ध शुरू होने के बाद सातवीं बार हुआ है। यह पहली बार है जब यूक्रेन के आक्रामक रुख अपनाने के बाद सैनिकों का आदान-प्रदान हुआ है। दोनों देशों ने इस शांति पूर्ण आदान-प्रदान के लिए UAE का धन्यवाद किया है। UAE ने इस पर एक बयान जारी किया है, जिसमें कहा गया है कि हमने यूक्रेन और रूस के बीच कैदियों के आदान-प्रदान को सफलतापूर्वक अंजाम दिया है।
पीएम मोदी ने हाल ही में किया है यूक्रेन का दौरा
इससे पहले, भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूक्रेन का दौरा किया था। उन्होंने राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की से मुलाकात की थी। पीएम मोदी ने यूक्रेन को चार भिष्म कैंप दिए थे, जो एक पोर्टेबल अस्पताल के रूप में काम कर सकते हैं। पीएम मोदी ने यूक्रेन में कहा था कि भारत हमेशा शांति के पक्ष में रहा है और हम मानते हैं कि कोई भी मुद्दा युद्ध से हल नहीं हो सकता। शांति के लिए हमें बातचीत की मेज पर आना होगा।
रूस से तेल खरीद पर जेलेंस्की का बयान
ज़ेलेंस्की ने भारत और अन्य देशों से कहा था कि यदि वे रूस से तेल खरीदना बंद कर दें, तो रूस जल्दी ही कमजोर हो जाएगा और शांति की दिशा में कदम बढ़ाएगा। ज़ेलेंस्की ने पीएम मोदी से कहा था कि अगर रूस पर दबाव बढ़ेगा, तो युद्ध रुक जाएगा। ज़ेलेंस्की ने यह भी आरोप लगाया कि पीएम मोदी के मास्को दौरे के दौरान रूसी सेना ने यूक्रेन में एक बच्चों के अस्पताल पर हमला किया था।
पीएम मोदी ने जेलेंस्की को भारत आने का दिया न्यौता
पीएम मोदी ने यूक्रेन दौरे के दौरान राष्ट्रपति जेलेंस्की को भारत आने का न्यौता भी दिया। भारत और यूक्रेन के संबंधों को और मजबूत करने के मकसद से पीएम मोदी ने जेलेंस्की को भारत आने का न्यौता दिया है। पीएम मोदी ने अपने यूक्रेन दौरे के दौरान यह भी स्पष्ट किया कि भारत किसी भी तरह के जंग का समर्थन नहीं करता। भारत शांति की दिशा में काम करने के लिए प्रतिबद्ध है।