Alexei Navalny Death: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) के धुर-विरोधी और विपक्ष के नेता एलेक्सी नवलनी (Alexei Navalny) की गुरुवार को जेल में मौत हो गई। 47 वर्षीय नवलनी 3 साल से सलाखों के पीछे सजा काट रहे थे। उन्हें सबसे खतरनाक जेल पोलर वुल्फ में रखा गया था। न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने रशियन अपोजिशन लीडर की मौत की पुष्टि की है। बता दें कि रूस में ठीक एक महीने बाद 15 से 17 मार्च के बीच राष्ट्रपति चुनाव होने हैं। इससे पहले नवलनी के वकील ने दावा किया था कि राष्ट्रपति चुनाव से दूर रखने के लिए उन्हें आर्कटिक जेल शिफ्ट किया गया।
डॉक्टर्स ने नवलनी की किया मृत घोषित
क्रेमलिन की ओर से कहा गया है कि राष्ट्रपति पुतिन को विपक्षी नेता एलेक्सी नवलनी की मौत की सूचना दी गई है। आगे जांच के बाद डॉक्टर ही बता पाएंगे कि नवलनी की मौत की वजह क्या रही। जेल की ओर से बयान में कहा कि 16 फरवरी को एलेक्सी नवलनी को सुबह की सैर के दौरान असहज महसूस हुआ और वह बेहोश होकर जमीन पर गिर पड़े। इसके बाद तुरंत उन्हें एंबुलेंस और मेडिकल सेवाएं मुहैया कराई गईं। नवलनी को बचाने की पूरी कोशिश की गई। एंबुलेंस के डॉक्टरों ने जांच के बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया।
-28 डिग्री तापमान वाली जेल में बंद थे नवलनी
बता दें कि राष्ट्रपति पुतिन को चुनौती देने वाले विपक्षी नेता नवलनी को उग्रवाद के आरोप में 2021 में 19 साल की सजा सुनाई गई थी। तब से वह जेल में सजा काट रहे थे। वो किस जेल में बंद थे, सालों तक इसकी किसी को खबर नहीं थी। लेकिन पहली बार दिसंबर, 2023 में उनके पोलर वुल्फ जेल में होने की बात सामने आई। नवलनी कई हफ्तों तक लापता रहे थे। यह जेल आर्कटिक में स्थित है और यहां टेम्परेचर माइनस 28 डिग्री तक चला जाता है। यह जेल मॉस्को से करीब 230 किलोमीटर दूर है।
नवलनी के सहयोगी बोले- यह हत्या है
दूसरी ओर, एलेक्सी नवलनी के एक करीबी लियोनिद वोल्कोव ने इसे हत्या करार दिया है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा- हम नवलनी की मौत की पुष्टि नहीं कर पा रहे। रूसी अफसरों के एक कबूलनामे के मुताबिक, जेल में एलेक्सी नवलनी की हत्या की गई है। अभी हमारे पास इस खबर की पुष्टि करने का कोई तरीका नहीं है कि यह खबर झूठी है। साल 2020 में भी नवलनी को फ्लाइट में जहर देकर मारने की कोशिश हुई थी।
रूस में 23 साल से कायम है पुतिन राज
बता दें कि रूस में राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का राज चला आ रहा है। वह पहली बार 2000 में रूस के राष्ट्रपति बने। इससे पहले पुतिन 1999 में प्रधानमंत्री चुने गए। फिर 2000 और 2008 में राष्ट्रपति बने थे। रूसी कानून के हिसाब से पुतिन लगातार तीसरी बार राष्ट्रपति नहीं बने तो 2008 में उन्होंने अपने समर्थक दिमित्री मेदवेदेव को राष्ट्रपति बनाया था। तब पुतिन फिर से प्रधानमंत्री बन गए। 2012 में पुतिन ने फिर से राष्ट्रपति चुनाव जीता था। तब से वे ही रूस की बागडोर अपने हाथों में लिए हैं।