Bangladesh Turmoil: बांग्लादेश में तख्तापलट और पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के देश छोड़कर भागने पर दुनिया की नजर है। अमेरिका ने कहा है कि लोकतंत्र में अराजकता के लिए कोई जगह नहीं है, आगे जो भी हो कानून के मुताबिक होना चाहिए। वहीं, ब्रिटिश सरकार ने संयुक्त राष्ट्र (UN) से बांग्लादेश के संकट की जांच कराने की मांग की। इससे पहले सोमवार को शेख हसीना ने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया और बांग्लादेश छोड़ दिया। वे फिलहाल भारत में दिल्ली के पास ठहरी हैं और यूके में शरण के लिए कोशिश कर रही हैं।
ब्रिटेन के विदेश सचिव बोले- बांग्लादेश से करीबी रिश्ते
ब्रिटेन के फॉरेन सेक्रेटरी डेविड लैमी ने कहा- यूके बांग्लादेश में शांतिपूर्ण और लोकतांत्रिक भविष्य देखना चाहता है। हालांकि, उनके बयान में शेख हसीना को शरण देने का कोई जिक्र नहीं था। लैमी ने बयान में कहा- "बांग्लादेश के लोगों को पिछले कुछ हफ्ते में हुई घटनाओं की पूर्ण और स्वतंत्र जांच का अधिकार है। यह जांच संयुक्त राष्ट्र की अगुआई में कराई जानी चाहिए। यूके बांग्लादेश के शांतिपूर्ण और लोकतांत्रिक भविष्य को सुनिश्चित करने के लिए कार्रवाई देखना चाहता है। यूके और बांग्लादेश के बीच करीबी रिश्ते और साझा कॉमनवेल्थ वैल्यू है।"
बांग्लादेश तख्तापटल के बाद पाक सेना ने मनाया जश्न
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बांग्लादेश में तख्तापलट और हिंसक घटनाक्रम को लेकर सोमवार रात पाकिस्तान के रावलपिंडी स्थित सेना मुख्यालय में सैनिकों ने जश्न मनाया। सूत्रों ने बांग्लादेश संकट के पीछे पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई का हाथ होने का भी अंदेशा जताया है। दूसरी ओर, बांग्लादेश में प्रतिबंधित संगठन जमात-ए-इस्लामी ने कहा है कि शेख हसीना जिस भी देश में जाएं, वहां के बांग्लादेशी दूतावास के बाहर प्रदर्शन होना चाहिए।