Zaporizhzhia Nuclear Station: रूस और यूक्रेन के बीच जंग जारी है। इस बीच एक नया खतरा पैदा हो गया है। संयुक्त राष्ट्र की इंटरनेशनल एटॉमिक एनर्जी एजेंसी (IAEA) ने रूसी नियंत्रित जापोरिजिया परमाणु स्टेशन पर ड्रोन अटैक की जानकारी दी है। एजेंसी ने बताया कि प्लांट के 6 न्यूक्लियर रिक्टर में से एक के गुंबद पर ड्रोन से हमला किया गया, जिससे एक बड़ी परमाणु दुर्घटना का खतरा बढ़ गया है।
एजेंसी के प्रमुख राफेल मारियानो ग्रॉसी ने बताया कि न्यूक्लियर पावर प्लांट के मेन रिएक्टर कंटेनमेंट स्ट्रक्चर पर तीन डायरेक्ट हमले हुए हैं। नवंबर 2022 के बाद यह पहला मामला है।
IAEA experts confirmed physical impact of drone attacks at ZNPP today, incl. at 1 of its 6 reactors.
— IAEA - International Atomic Energy Agency ⚛️ (@iaeaorg) April 7, 2024
One casualty reported. Damage at unit 6 has not compromised nuclear safety, but this is a serious incident w/ potential to undermine integrity of the reactor’s containment system. pic.twitter.com/FvMsb4I4vs
2022 में रूस ने प्लांट पर किया था कब्जा
रूसी परमाणु एजेंसी रोसाटॉम ने कहा कि यह परमाणु प्लांट पर एक ड्रोन हमला था। इसे 2022 में यूक्रेन पर हमले के तुरंत बाद रूसी सेना ने अपने कब्जे में ले लिया था। प्लांट के अधिकारियों के अनुसार, हमले के बाद रेडिएशन का लेवल सामान्य रहा। कोई महत्वपूर्ण क्षति नहीं हुई है। हालाँकि, रोसाटॉम ने बाद में बताया कि तीन लोग घायल हुए। अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी के विशेषज्ञ साइट पर हैं।
दुनिया का 9वां सबसे बड़ा प्लांट
जापोरीजिया यूरोप के सबसे बड़े परमाणु पॉवर प्लांट में से एक है। जबकि दुनिया में 9वां सबसे बड़ा प्लांट है। इसमें 6 परमाणु रिएक्टर्स हैं। यहां परमाणु ईंधन भी रखा जाता है। रिएक्टर नंबर एक, दो, पांच और छह कोल्ड शटडाउन में हैं, रिएक्टर नंबर तीन को रखरखाव के लिए बंद किया गया है, और रिएक्टर नंबर चार को हॉट शटडाउन के रूप में जाना जाता है।
रूस और यूक्रेन दोनों ने अक्सर एक-दूसरे पर इस पर हमला करने और परमाणु दुर्घटना की संभावना बढ़ाने का आरोप लगाया है।