Donald Trump Vs Kamala Harris:अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव को लेकर सरगर्मियां तेज हो गई हैं। भारतीय समयानुसार बुधवार को डाेनाल्ड ट्रम्प और कमला हैरिस के बीच पहली प्रेसिडेंशियल डिबेट हुई।ट्रम्प रिपब्लिकल पार्टी से और कमला हैरिस डेमोक्रेट्स की राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार हैं। डिबेट से पहले कमला ट्रम्प के पास पहुंची। हाथ मिलाया और फिर एक एक कर ट्रम्प पर इकोनॉमी और एबॉर्शन पॉलिसी समेत कई मुद्दों पर घेरने की कोशिश की। वहीं ट्रम्प ने कमला को माक्सर्वादी करार दिया।
कमला हैरिस ने एबॉर्शन नीति पर ट्रम्प को घेरा
कमला हैरिस ने एबॉर्शन पॉलिसी को लेकर ट्रम्प पर तीखा हमला बोला। हैरिस ने कहा कि "ट्रंप को महिलाओं के शरीर को कंट्रोल करने का अधिकार नहीं है"। कमला हैरिस ने अपनी बहस में ट्रंप की चीन नीति और कोविड-19 से निपटने की योजना पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि ट्रंप ने अपने कार्यकाल में अमेरिका को आर्थिक रूप से कमजोर कर दिया और चीन के साथ व्यापार घाटा बढ़ा। हैरिस ने ट्रम्प पर आरोप लगाया कि उन्होंने अमेरिका के चिप्स को चीन में बेचकर चीन की सैन्य ताकत को बढ़ावा दिया।
ट्रंप ने कमला हैरिस को बताया 'मार्क्सवादी'
डोनाल्ड ट्रंप ने कमला हैरिस को 'मार्क्सवादी' करार देते हुए उनके पिता को एक 'मार्क्सवादी अर्थशास्त्री' बताया। ट्रंप ने कहा कि हैरिस की नीतियां अमेरिका के लिए खतरनाक हैं। पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि मैं राष्ट्रपति बनने पर अमेरिका की अर्थव्यवस्था को मजबूत करूंगा और अमेरिका को फिर से 'महान' बनाएंगे। इस बयान ने बहस को और भी गर्म कर दिया।
'अर्थव्यवस्था को लेकर ट्रम्प की कोई योजना नहीं'
हैरिस ने ट्रम्प पर पलटवार करते हुए कहा कि ट्रम्प के पास अमेरिका के लोगों के लिए कोई आर्थिक योजना नहीं है। ट्रंप खुद के हितों को प्राथमिकता देते हैं। हैरिस ने कहा कि अगर डेमोक्रेट्स सत्ता में आती है तो अमेरिका में 'अवसरवादी अर्थव्यवस्था' को बढ़ावा दिया जाएगा जो आम लोगों की जरूरतों को ध्यान में रखेगी। हैरिस ने कहा कि ट्रम्प के कार्यकाल के दौरान अमेरिका की अर्थव्यवस्था पर बेहद बुरा असर हुआ।
प्रोजेक्ट 2025 पर ट्रंप ने बनाई दूरी
ट्रंप ने 'प्रोजेक्ट 2025' से खुद को अलग करते हुए कहा कि वह टैक्स में कटौती करेंगे और एक मजबूत अर्थव्यवस्था बनाएंगे। बता दें कि ट्रम्प के प्रोजेक्ट 2025 को डेमोक्रेट्स ने 'चरमपंथी' करार दिया है। हालांकि ट्रंप ने इसे महत्वहीन बताया और कहा कि उनकी नीति से अमेरिका आर्थिक रूप से समृद्ध होगा। अमेरिका में रोजगार के अवसर बढेंगे।