US On PM Modi Remark: 'आतंकियों को घर में घुसकर मारेंगे...' प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षामंत्री राजनाथ सिंह की इस ऐलानिया चेतावनी की गूंज पाकिस्तान तक सुनाई दी है। पाकिस्तान, अमेरिका की गोद में बैठकर भारत पर प्रतिबंध लगवाना चाहता था। इसके लिए उसने आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू का भी मुद्दा उठाया। लेकिन बेचारा पाकिस्तान औंधे मुंह गिरा, जब अमेरिका ने बीच में पड़ने से इंकार कर दिया।
क्या बाइडेन प्रशासन पीएम मोदी के बयान से चिंतित?
अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने पाकिस्तानी पत्रकार के सवाल के जवाब में कहा कि अमेरिका ने भारत और पाकिस्तान को तनाव से बचने और बातचीत के जरिए समाधान निकालने के लिए प्रोत्साहित किया है। पाकिस्तानी पत्रकार ने मिलर से सवाल किया था कि क्या बाइडेन प्रशासन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की उस टिप्पणी से चिंतित है कि भारत आतंकवादियों को उनके घरों में मारने में संकोच नहीं करेगा?
मिलर ने कहा कि जैसा कि मैंने पहले भी कहा है कि संयुक्त राज्य अमेरिका बीच में नहीं पड़ेगा। लेकिन हम भारत और पाकिस्तान दोनों को तनाव से बचने और बातचीत के माध्यम से समाधान खोजने के लिए प्रोत्साहित करते हैं।
#WATCH | When asked about the US reaction to PM Modi's statement 'will kill terrorists by entering their home', US State Department Spokesperson Matthew Miller says, " ...US is not going to get into the middle of this, but we do encourage both India and Pakistan to avoid… pic.twitter.com/kfJ5QaHudN
— ANI (@ANI) April 16, 2024
पाकिस्तानी पत्रकार ने पन्नू का उठाया मामला
पाकिस्तानी पत्रकार ने खालिस्तानी आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नू की कथित हत्या की साजिश का मुद्दा उठाया। पूछा कि पन्नू की हत्या की साजिश अमेरिका की धरती पर रची गई, फिर भी भारत पर कोई प्रतिबंध क्यों नहीं लगाया? जवाब में मिलर ने कहा कि मैं कभी भी किसी भी प्रतिबंध की कार्रवाई का पूर्वावलोकन नहीं करने जा रहा हूं। जिसका मतलब यह नहीं है कि कोई भी प्रतिबंध लगने वाला है। लेकिन जब आप मुझसे प्रतिबंधों के बारे में बात करने के लिए कहते हैं, तो यह कुछ ऐसा है जिस पर हम खुलकर चर्चा नहीं करते हैं।
खालिस्तानी आतंकी पन्नू
गुरपतवंत सिंह पन्नू खालिस्तानी आतंकवादी है। उसने बार-बार भारत के खिलाफ धमकियां जारी की हैं। अमेरिकी न्याय विभाग के अभियोग के अनुसार भारतीय नागरिक निखिल गुप्ता पर पन्नू की हत्या का आरोप लगाया गया है। निखिल वर्तमान में हिरासत में हैं।
अमेरिकी न्याय विभाग ने पहले दावा किया था कि एक भारतीय सरकारी कर्मचारी पन्नू की हत्या करने के लिए एक शूटर नियुक्त करना चाहता था। उस कर्मचारी ने हिटमैन ढूंढने की जिम्मेदारी निखिल को दी थी। लेकिन हिटमैन अमेरिकी एजेंसी का मुखबिर निकला। इससे पन्नू की हत्या की साजिश फेल हो गई और निखिल पकड़े गए। भारत ने अमेरिका के आरोपों की जांच के लिए एक कमेटी बनाई है।
#WATCH | When asked why US has not imposed any sanctions on India over alleged assassination plot of Khalistani Terrorist Pannun, US State Department Spokesperson Matthew Miller says, " I am not going to preview any sanction actions which is not to say that there are any coming,… pic.twitter.com/xHY3H69GlE
— ANI (@ANI) April 16, 2024
पीएम मोदी ने क्या कहा था?
11 अप्रैल को पीएम मोदी ने कहा था कि केंद्र की बीजेपी सरकार के 10 साल में 'आतंकवादी उनके ही घर में मारे जा रहे हैं। उत्तराखंड के ऋषिकेश में एक सार्वजनिक रैली को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने अपनी सरकार द्वारा लिए गए प्रमुख फैसलों पर प्रकाश डाला और जोर दिया कि यह एनडीए शासन के तहत था कि जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को निरस्त कर दिया गया था।
पीएम मोदी ने कहा कि आज देश में एक मजबूत सरकार है। इसके तहत मजबूत मोदी सरकार में आतंकवादियों को घर में घुस के मारा जाता है। भारतीय तिरंगा युद्ध क्षेत्र में भी सुरक्षा की गारंटी बन गया है। सात दशकों के बाद जम्मू-कश्मीर से 370 हटाया गया और तीन तलाक के खिलाफ कानून बनाया गया। यह हमारी मजबूत सरकार थी जिसने संसद में 33 प्रतिशत आरक्षण सुनिश्चित किया और सामान्य वर्ग के गरीबों को भी 10 प्रतिशत आरक्षण मिला।
राजनाथ सिंह ने कहा था- परिणाम भुगतने होंगे
एएनआई के साथ एक इंटरव्यू में राजनाथ सिंह ने कहा कि अगर पाकिस्तान की मंशा साफ है तो उसे सीमा पार आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई करनी चाहिए।
राजनाथ सिंह ने कहा कि यदि पाकिस्तान आतंकवाद के माध्यम से भारत को अस्थिर करने का प्रयास करता है, तो उसे परिणाम भुगतने होंगे। पाकिस्तान को आतंकवाद को नियंत्रित करने की आवश्यकता है। यदि पाकिस्तान सोचता है कि वह इसे नियंत्रित करने में सक्षम नहीं है, यदि उन्हें लगता है कि वे सक्षम नहीं हैं, तो भारत एक पड़ोसी है। अगर वे भारत की मदद लेना चाहते हैं, तो उन्हें लेनी चाहिए। भारत आतंकवाद से निपटने के लिए हर तरह की मदद देने को तैयार है।
उन्होंने कहा कि वे हमारे पड़ोसी हैं और अगर उनकी मंशा साफ है कि आतंकवाद खत्म होना चाहिए तो उन्हें खुद ऐसा करना चाहिए या भारत से मदद लेनी चाहिए। हम दोनों आतंकवाद खत्म कर सकते हैं। राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत आतंकवाद से निपटने के लिए सब कुछ करेगा।