Vietnam Death penalty:वियतनाम की एक अरबपति व्यवसायी ट्रूओंग माई लैन को दुनिया की सबसे बड़ी बैंक धोखाधड़ी को अंजाम देने के लिए मौत की सजा दी गई है। यह फैसला गुरुवार को हो ची मिन्ह सिटी की एक अदालत ने सुनाया। 44 बिलियन अमेरिकी डॉलर की चौंका देने वाली धोखाधड़ी से जुड़ा यह मामला, वियतनाम के कानूनी इतिहास में एक महत्वपूर्ण अध्याय है।
साइगॉन ज्वाइंट स्टॉक कमर्शियल बैंक ने लगाया था आरोप
67 साल की लैन, वियतनाम की उन कुछ महिलाओं में से हैं जिन्हें सफेदपोश अपराधों के लिए मौत की सजा सुनाई गई है। उन पर 11 साल की अवधि में साइगॉन ज्वाइंट स्टॉक कमर्शियल बैंक को धोखा देने का आरोप लगाया गया था। लैन ने 2012 से 2022 तक बैंक पर कंट्रोल बना लिया। इसके बाद सरकारी अधिकारियों को रिश्वत देकर शेल कंपनियों के जरिए अरबों का निवेश किया। उस पर बैंक का बकाया कुल मिलाकर 27 बिलियन अमेरिकी डॉलर है।
2700 गवाहों के बयान दर्ज कराए गए
अभियोजन पक्ष ने लैन के खिलाफ अदालत में 2700 गवाहों के बयान दर्ज करा, 200 वकील और 10 सरकारी वकील इस मामले में अदालत की कार्यवाही में हिस्सा लिया। 6 टन वजन वाले 108 बक्सों में सबूत पेश किए गए। लैन की सजा वियतनाम में भ्रष्टाचार अब तक की सबसे सनसनीखेज मामला माना जाता है। इस मामले की वजह से दो राष्ट्रपतियों और दो उप प्रधानमंत्रियों को इस्तीफा देना पड़ा, साथ ही कई अधिकारियों को जेल जाना पड़ा।
85 अन्य व्यक्तियों को भी दोषी ठहराया गया
लैन की सजा के अलावा, धोखाधड़ी से जुड़े इस मामले में 85 व्यक्तियों को भी दोषी ठहराया गया। इमनमें आजीवन कारावास से लेकर 20-30 साल तक की सजा हो सकती है। लैन के पति और भतीजी को 9 और 17 साल की सजा सुनाई गई है। हालांकि धोखाधड़ी मामले के अभियोजको ने यह संभावना जाहिर की भ्रष्टाचार के जरिए जुटाए गए पैसे कभी रिकवर नहीं हो सकेंगे। हालांकि, कुछ लोगों का मानना अब मौत की सजा होने के बाद लैन गबन के करोड़ों रुपए में कुछ रकम लौटा सकती है।