Vladimir Putin wins Russian Presidential elections: 71 साल के व्लादिमीर पुतिन ने रूस के राष्ट्रपति चुनाव में रिकॉर्ड जीत हासिल की है। इसके साथ उनका 5वीं बार रूस का राष्ट्रपति बनना पक्का हो गया है। केंद्रीय चुनाव आयोग के अनुसार, पुतिन को अब तक 87 फीसदी वोट हासिल हुए हैं। यह तब है जब महज 60 फीसदी क्षेत्रों में वोटों की गिनती पूरी हो सकी है। इसे सोवियत रूस के इतिहास में अब तक की सबसे बड़ी जीत बताई जा रही है। आयोग के अनुसार, 74.22 फीसदी वोटिंग हुई थी, जो 2018 के मुकाबले 6.72 फीसदी अधिक है।
दूसरे नंबर पर निकोलाई खारितोनोव रहे
दूसरे नंबर पर निकोलाई खारितोनोव रहे। उन्हें 3.86 फीसदी वोट मिले। इसी तरह 3.76 फीसदी वोटों के साथ व्लादिस्लाव दावानकोव तीसरे और और 2.97 फीसदी वोटों के साथ लियोनिद स्लटस्की चौथे स्थान पर रहे। चुनाव में यही चार उम्मीदवार लड़ रहे थे। पुतिन ने अगले 6 साल का कार्यकाल आसानी से सुरक्षित कर लिया है। इसके बाद वह जोसेफ स्टालिन से आगे निकल गए हैं। पुतिन 200 सालों से अधिक के रूस के इतिहास में सबसे लंबे समय तक शासन करने वाले नेता बन जाएंगे।
🇷🇺 Vladimir Putin:
— We ♥️ 𝐑𝐮𝐬𝐬𝐢𝐚 🇷🇺 𝐙 𝐕 🇬🇧 (@friendofrussia) March 17, 2024
The source of power in Russia is the Russian people. pic.twitter.com/57nzVRqp36
पुतिन ने पश्चिमी देशों को धमकाया
जीत के बाद रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने सोमवार को पश्चिम को चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि रूस और अमेरिका के नेतृत्व वाले नाटो सैन्य गठबंधन के बीच सीधे संघर्ष का मतलब होगा कि धरती तीसरे विश्व युद्ध से एक कदम दूर है। लेकिन शायद ही कोई ऐसा होगा जो यह चाहता हो।
यूक्रेन युद्ध ने 1962 के क्यूबा मिसाइल संकट के बाद से पश्चिम के साथ मास्को के संबंधों में सबसे गहरा संकट पैदा कर दिया है। पुतिन बार-बार परमाणु युद्ध के खतरों को लेकर चेतावनी देते रहे हैं। हालांकि उन्होंने स्पष्ट किया कि यूक्रेन में परमाणु हथियार के इस्तेमाल की जरूरत महसूस नहीं हुई।
फ्रांसीसी राष्ट्रपति के बयान पर ली चुटकी
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने पिछले महीने कहा था कि वह भविष्य में यूक्रेन में जमीनी सैनिकों की तैनाती से इनकार नहीं कर सकते हैं। कई पश्चिमी देशों ने खुद को इससे दूर कर लिया है। जबकि अन्य विशेष रूप से पूर्वी यूरोप में ने समर्थन व्यक्त किया है।
रॉयटर्स द्वारा मैक्रों की टिप्पणियों और रूस और नाटो के बीच संघर्ष के जोखिम और संभावना के बारे में पूछे जाने पर पुतिन ने चुटकी ली। उन्होंने कहा कि आधुनिक दुनिया में सब कुछ संभव है।
पुतिन ने कहा कि नाटो के सैनिक पहले से ही यूक्रेन में मौजूद हैं। रूस ने युद्ध के मैदान में बोली जाने वाली अंग्रेजी और फ्रेंच दोनों को सीख लिया है। यूक्रेन में कुछ भी अच्छा नहीं है। क्योंकि वहां बड़ी संख्या में लोग मर रहे हैं।
यूक्रेन में बफर जोन बनाएगा रूस
रूस में 15 से 17 मार्च तक राष्ट्रपति चुनाव हुए। इस बीच यूक्रेन ने रूस के खिलाफ हमले तेज कर दिए। सीमावर्ती क्षेत्रों पर गोलाबारी की और यहां तक कि रूस की सीमाओं को भेदने की कोशिश करने के लिए प्रॉक्सी हथियारों का इस्तेमाल भी किया।
यह पूछे जाने पर कि क्या वह यूक्रेन के खार्किव क्षेत्र पर कब्जा करना चाहते हैं? पुतिन ने कहा कि यदि हमले जारी रहे, तो रूस रूसी क्षेत्र की रक्षा के लिए यूक्रेनी क्षेत्र से एक बफर जोन बनाएगा।
हम शांति के पक्ष में, लेकिन...
पुतिन ने फरवरी 2022 में यूक्रेन पर हमले का आदेश दिया था। पुतिन ने कहा कि वह चाहते हैं कि मैक्रों यूक्रेन में युद्ध को बढ़ाने की कोशिश करना बंद कर दें। शांति स्थापित करने में भूमिका निभाएं। फ्रांस इस दिशा में अहम भूमिका निभा सकता है। अभी सब कुछ खत्म नहीं हुआ है। मैं बार-बार कह रहा हूं और मैं इसे फिर से कहूंगा। हम शांति वार्ता के पक्ष में हैं, लेकिन सिर्फ इसलिए नहीं कि दुश्मन के पास गोलियां खत्म हो रही हैं।
अमेरिका पर किया पलटवार
पुतिन ने चुनाव की अमेरिकी की आलोचना को भी खारिज कर दिया। पुतिन ने कहा कि अमेरिकी चुनाव लोकतांत्रिक नहीं थे और डोनाल्ड ट्रम्प के खिलाफ राज्य शक्ति के उपयोग की आलोचना की। पुतिन ने वहां जो हो रहा है उस पर पूरी दुनिया हंस रही है। दरअसल, अमेरिका ने रूसी राष्ट्रपति चुनाव को गैर लोकतांत्रिक बताया था।