White House on Adani Indictment: अमेरिका में गौतम अडाणी पर लगे घूस और धोखाधड़ी के आरोपों पर व्हाइट हाउस की पहली प्रतिक्रिया सामने आ गई है। व्हाइट हाउस ने कहा है कि हम इस मामले से वाकिफ हैं। व्हाइट हाउस इस मामले को सुलझाने में सक्षम हैं। बता दें कि यह मामला भारत के सबसे बड़े सोलर पावर प्रोजेक्ट से जुड़ा है। इस प्रोजेक्ट से अडाणी ग्रुप को 2 अरब डॉलर का मुनाफा होने का अनुमान था। अडाणी ग्रुप के 8 लोगों पर प्रोजेक्ट के लिए कथित तौर पर 265 मिलियन डॉलर (करीब 2120 करोड़ रुपए) की घूस देने का आरोप लगा है।
व्हाइट हाउस ने क्या दिया है बयान
व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव करिन जीन-पियरे ने गुरुवार (22 नवंबर) की रात को मीडिया से इस मामले पर बात की। पियरे ने कहा कि हमें गौतम अडाणी और अडाणी ग्रुप पर लगे आरोपों की जानकारी है। भारत के साथ अमेरिका साझेदारी गहरे विश्वास और व्यापक सहयोग पर आधारित है। हमारे संबंध स्थित रहे हैं। इन आरोपों की जांच अमेरिकी सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन (SEC) और डिपार्टमेंट ऑफ जस्टिस (DOJ) करेगा। अडाणी ग्रुप पर लगे आराेपों की बारीकियां दोनों विभागों के पास है।
अडाणी ग्रुप ने आरोपों को बेबुनियाद बताया
अडाणी ग्रुप ने इन आरोपों को सिरे से खारिज किया है। अडाणी ग्रुप ने कहा कि हमारे चेयरमैन समेत दूसरे 7 लोगों के खिलाफ लगाए गए आरोप बेबुनियाद हैं। हम सभी कानूनी विकल्प अपनाएंगे। साथ ही अडाणी ग्रुप ने अमेरिकी कोर्ट में लगे आरोपों की बात मानी है। अमेरिकी अदालत में लगे आरोपों के बाद मुंबई में अडानी ग्रुप के शेयरों में 23% की गिरावट देखी गई। अडानी ने अपने बयान में कहा, हमारे डायरेक्टर्स पर लगाए गए आरोप पूरी तरह से बेबुनियाद हैं।
राहुल गांधी ने की अडानी की गिरफ्तारी की मांग
अडाणी पर अमेरिका में लगे घूसखोरी और धोखाधड़ी के आरोपों के बाद भारत में सियासत तेज हो गई है। कांग्रेस सांसद और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा। पीएम मोदी और अडाणी के बीच करीबी संबंध होने का दावा किया। राहुल गांधी ने मीडिया के सामने सेबी चीफ माधबी बुच पर अडाणी के शेयरों को बचाने का आरोप लगाया। इसके साथ ही अडाणी और कथित रिश्वतखोरी और धोखाधड़ी के मामले में शामिल दूसरे आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग की।
भाजपा ने राहुल गांधी के आरोपों का दिया जवाब
राहुल गांधी की ओर से लगाए गए आरोपों पर भाजपा ने जवाब दिया। भाजपा की ओर से संबित पात्रा ने मीडिया के सामने अपना पक्ष रखा। पात्रा ने कहा कि राहुल गांधी इस मामले को सनसनीखेज ढंग से पेश करने की कोशिश कर रहे हैं। पात्रा ने कहा कि एक भारतीय कंपनी पर अमेरिका में दर्ज होने का मामला सामने आया है। मामला जुलाई 2021 से फरवरी 2022 के बीच बिजली खरीद समझाैते से जुड़ा है। इस मामले में कोर्ट में जिन चार राज्यों की स्टेट इलेक्ट्रिसिटी डिस्ट्रिब्यूशन कंपनी का नाम है, वहां पर इस अवधि में कांग्रेस या फिर कांग्रेस के घटक दलों की सरकार थी।
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जानें, भारत-अमेरिका संबंधों पर क्या होगा असर
फिलहाल इस विवाद को लेकर भारत-अमेरिका संबंधों पर कोई असर हाेता नजर नहीं आ रहा है। व्हाइट हाउस ने भरोसा जताया है कि भारत-अमेरिका संबंध मजबूत हैं। साथ ही कहा कि इस मामले काे हल किया जाएगा। करिन जीन-पियरे ने गुरुवार को प्रेस ब्रीफिंग में यह बात कही। पियरे ने कहा- भारत और अमेरिका का रिश्ता गहरे विश्वास पर टिका है। इसे किस भी तरह की चुनौती से कमजोर नहीं किया जा सकता है। दोनों देशों के बीच सहयोग जारी रहेगा।