Who is Bhadreshkumar Chetanbhai Patel: अगर आप ढाई लाख डॉलर का इनाम पाना चाहते हैं तो ये खबर काम की है। आपको बस एक शख्स की खबर देनी है, लेकिन भारत की पुलिस को नहीं। अमेरिका की पुलिस को खबर करनी है। दरअसल, अमेरिका की संघीय जांच ब्यूरो (FBI) ने 10 मोस्ट वांटेड भगोड़ों में से एक भद्रेशकुमार चेतनभाई पटेल की फोटो और उस पर इनाम राशि जारी की है। कहा गया है कि उसकी पकड़वाने में मदद करने वाले को 250,000 डॉलर का इनाम दिया जाएगा। भारतीय रुपए में यह राशि 2 करोड़ रुपए है। पिछले साल तक चेतन पर एक लाख डॉलर का इनाम था।
पटेल अपनी पत्नी की कथित हत्या के मामले में वांछित है। उसने यह हत्याकांड 12 अप्रैल, 2015 को हनोवर, मैरीलैंड में एक डोनट की दुकान पर अंजाम दिया था। लेकिन तब से फरार है।
कौन है भद्रेशकुमार चेतनभाई पटेल?
गुजरात के अहमदाबाद में एक जगह वीरमगाम है। भद्रेश कुमार पटेल इसी वीरमगाम का रहने वाला है। 1990 में पैदा हुए भद्रेश ने अपने शुरुआती जीवन के 24 साल इसी शहर में बिताए। एक दिन उसने अमेरिका जाने का मन बनाया। 2015 में उसने पलक पटेल नाम की लड़की से शादी की। शादी के तुरंत बाद भद्रेश और पलक अमेरिका पहुंच गए। रोजी-रोटी चलाने के लिए दोनों मैरीलैंड राज्य के हनोवर में डंकिन डोनट्स कॉफी शॉप में काम करने लगे। जिंदगी पटरी पर थी तो हंसी खुशी बढ़िया चल रही थी।
मनहूस थी 12 अप्रैल 2015 की तारीख
12 अप्रैल 2015 की तारीख पलक के लिए मनहूस साबित हुई। शॉप में काफी कस्टमर थे। भीड़ लगी थी। पुलिस पहुंची तो किचन के पास पलक की लाश पड़ी थी। भद्रेशकुमार लापता था। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज खंगाला तो भद्रेश की असलियत सामने आ गई। शॉप से भद्रेश अकेला बाहर निकलते हुए देखा गया, लेकिन उसके साथ पलक नहीं थी। इसलिए पुलिस को भद्रेश पर शक हुआ।
पुलिस ने भद्रेश के रिश्तेदारों से पूछताछ की तो पता चला कि पलक अमेरिका से भारत लौटना चाहती थी। लेकिन भद्रेश पर अमेरिका में बसने और वहां की नागरिकता लेने का भूत सवार था। बस इसी बात को लेकर दोनों में बहस होती थी। पति-पत्नी के रिश्ते बिगड़ गए थे।
खत्म हो चुका था वीजा
डब्ल्यूटीओपी रेडियो के अनुसार, भद्रेश और पलक के बीच शॉप के किचन में काफी बहस हुई थी। उस वक्त शॉप में कस्टमर भी थे। भद्रेश ने अपनी 21 साल की पत्नी पलक के चेहरे पर चाकू से वार किया और दुकान के पीछे के कमरे में उस पर कई बार वार किया, जहां वे दोनों काम करते थे। पलक की हत्या करने के बाद भद्रेश अमेरिका से लापता हो गया। हत्या से लगभग एक महीने पहले दंपति का वीजा समाप्त हो गया था।
संघीय जांच एजेंसी ने 2017 में उसे वांटेड लिस्ट में रखा। और जानकारी देने के लिए 100,000 डॉलर का इनाम घोषित किया।
हत्या के बाद कहां गया भद्रेश?
जांच से सामने आया कि भद्रेश पटेल हत्या करने के बाद सीधे अपने अपार्टमेंट आया और कुछ दस्तावेजों के साथ एक कैब में निकल गया। ऐसा माना जाता है कि पटेल मानव तस्करों की मदद से अमेरिका से भागा और कनाडा या इक्वाडोर में जाकर छिप गया। यहां उसके रिश्तेदार रहते थे। आखिरी बार उसे न्यू जर्सी के एक होटल से राज्य के नेवार्क के एक रेलवे स्टेशन तक टैक्सी लेने के बारे में पता चला था।
उस समय ऐनी अरुंडेल काउंटी के पुलिस प्रमुख टिम अल्टोमारे ने बताया कि यह एक दिल दहला देने वाला हत्याकांड था। ऐसा माना जाता है कि पटेल 2017 में अमेरिका में था, जब उसे एफबीआई सूची में डाला गया। कोई जानबूझकर पटेल को देश से बाहर निकलने में मदद कर रहा था।
भद्रेश कुमार के खिलाफ मैरीलैंड के जिला न्यायालय ने 13 अप्रैल 2015 को गिरफ्तारी वारंट जारी किया था। पटेल पर फर्स्ट डिग्री मर्डर, सेकंड डिग्री मर्डर, फर्स्ट डिग्री हमला, सेकंड डिग्री हमला और चोट पहुंचाने के इरादे से खतरनाक हथियार चलाने का आरोप लगाया गया था। फिलहाल, वह 9 साल बाद भी वह एफबीआई की 10 मोस्ट वांटेड लिस्ट में बना हुआ है।