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Kab Lagega Saal ka Dusra Surya Grahan: वर्ष 2024 का दूसरा सूर्य ग्रहण 2 अक्टूबर 2024, बुधवार को लगने जा रहा है। पहला सूर्य ग्रहण अप्रैल माह में लगा था, जो पूर्ण ग्रहण था। साल का पहला सूर्य ग्रहण भारत समेत कई देशों में नजर नहीं आया था।

Surya Grahan 2024: वर्ष 2024 का दूसरा सूर्य ग्रहण 2 अक्टूबर 2024, बुधवार को लगने जा रहा है। पहला सूर्य ग्रहण अप्रैल माह में लगा था, जो पूर्ण ग्रहण था। साल का पहला सूर्य ग्रहण भारत समेत कई देशों में नजर नहीं आया था। अब जब दूसरा सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है, तो इसके बारे में भी जानना जरुरी है। अक्टूबर माह में लगने जा रहा यह सूर्य ग्रहण 'वलयाकार' होगा। इस सूर्य ग्रहण में 'रिंग ऑफ फायर' निर्मित होती है, जोकि एक खगोलीय घटना है। 

क्या होता है वलयाकार सूर्य ग्रहण? 
(Kya Hota Hai Valayakar Surya Grahan) 

खगोल शास्त्र के अनुसार जब ग्रहण के दौरान चंद्रमा सूर्य को पूर्ण रूप से ढ़कने में सफल नहीं होता है, तो ऐसी स्तिथि में सूर्य का एक किनारा बाहर निकला हुआ रहता है। यह बाहरी किनारा एक चमकदार रिंग के रूप में दिखाई देता है। इसे ही वलयाकार सूर्य ग्रहण (Valayakar Surya Grahan 2024) कहते हैं, जिसमें सूर्य एक चमकदार छल्‍ले जैसफ प्रतीत होता है। इसे अंग्रेजी में 'रिंग ऑफ फायर' (Ring of Fire) के नाम से भी जाना जाता है। 

कब लगेगा 2024 का दूसरा सूर्य ग्रहण? 
(Kab Lagega 2024 का 2nd Surya Grahan) 

साल 2024 का दूसरा और आखिरी सूर्य ग्रहण 2 अक्टूबर 2024, बुधवार को लगने जा रहा है। इस ग्रहण की शुरुआत रात 09 बजकर 13 मिनट पर होगी और इसका समापन अगले दिन अल सुबह 03 बजकर 17 मिनट पर होगा। यह वलयाकार सूर्यग्रहण होगा, जोकि 6 घंटे 04 मिनट का रहेगा। 

2024 के आखिरी सूर्य ग्रहण का सूतक काल 
(2024 Ke Aakhiri Surya Grahan Ka Sutak Kaal) 

इस वर्ष का दूसरा और आखिरी सूर्य ग्रहण भारत में नजर नहीं आएगा। इसलिए इसका प्रभाव और सूतक काल भारत में मान्य नहीं होगा। इससे पहले अप्रैल में लगा साल 2024 का पहला सूर्य ग्रहण भी भारत में नजर नहीं आया था, इसलिए उसका भी सूतक काल देश में नहीं माना गया था। 

किस-किस देश में दिखाई देगा 2024 का दूसरा सूर्य ग्रहण
(Kis Kis Desh me Dikhai Dega 2024 का Dusra Surya Grahan) 

इस साल का आखिरी सूर्य ग्रहण दक्षिणी अमेरिका के उत्तरी इलाकों में नजर आएगा। ... जिसमें अर्जेंटीना और पेरू, फिजी, चिली, ब्राजील, मेक्सिको, न्यूजीलैंड और प्रशांत महासागर शामिल है। यह भारत में दिखाई नहीं देगा इसलिए यहां इस ग्रहण का कोई भी असर देखने को नहीं मिलेगा। 

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