Budh grah Ke Upay: ज्योतिष शास्त्र में बुध को बुद्धि, व्यापार में वृद्धि और वाणी का कारक ग्रह माना गया है। किसी भी जातक की कुंडली में बुध की मजबूत स्तिथि उसे कारोबार में उन्नति प्रदान करती है। साथ ही नौकरी में तरक्की और प्रभावशाली वाणी प्रदान करती है। इसके विपरीत यदि कुंडली में बुध की स्तिथि कमजोर हो तो जातक को नौकरी-बिजनेस में लगातार असफलताओं का सामना करना पड़ता है। साथ ही उसकी निर्णय क्षमता कमजोर होती है।
कमजोर बुध ग्रह के संकेत
(Kamjor Budh Grah Ke Sanket)
- - बातचीत करने में हकलाना और दूसरों के समक्ष अपनी बात स्पष्ट न रख पाना बुध कमजोर होने का लक्षण है।
- - समय से पहले बालों का अधिक संख्या में झड़ना, पैरों के नाखूनों का टूटना भी बुध की कमजोर स्तिथ बताता है।
- - करियर में मिल रही लगातार असफलताएं और बिजनेस में घाटाभी कमजोर बुध ग्रह की निशानी है।
- - मित्रों से बार-बार वाद विवाद होने की स्तिथि उत्पन्न होना भी बुध ग्रह की कमजोर स्तिथि का संकेत है।
- - महिला रिश्तेदारों जैसे मौसी, बहन, बुआ आदि से रिश्तों का बिगड़ना भी ख़राब बुध की तरफ इशारा करता है।
- - यदि अचानक से जीवन में झूठे कलंक लगना, मान सम्मान को ठेस पहुंचना आदि कमजोर बुध के संकेत है।
- - यौन रोगों से ग्रसित होना, बात-बात में झूठ बोलना और दूसरों को धोखा देना भी कमजोर बुध का संकेत है।
बुध ग्रह को मजबूत करने के उपाय
(Budh Majboot Karne Ke Upay)
- - बुधवार को गणेश जी का व्रत रखने और उनकी विधिवत पूजा करने से कुंडली में बुध मजबूत होता है।
- - बुधवार के दिन गणेश जी को पूजा में मूंग का लड्डू भोग में अर्पित करें। इससे बुध मजबूत होता है।
- - बुध की मजबूत स्तिथि करने के लिए ज्योतिषाचार्य की मदद से विशेष पन्ना रत्न धारण किया जा सकता है।
- - बुधवार को किसी गरीब ब्राह्मण को हरी वस्तुओं जैसे हरे फल, हरी सब्जियां, हरे वस्त्र, कांसे का बर्तन दान करें।
- - बुधवार को पूजा के समय बुध के मंत्र ओम बुं बुधाय नमः या ओम ब्रां ब्रीं ब्रौं सः बुधाय नमः मंत्र का जाप करें।
डिस्क्लेमर: यह जानकारी सामान्य मान्यताओं पर आधारित है। Hari Bhoomi इसकी पुष्टि नहीं करता है।