PM Narendra Modi Rashifal in Hindi: देशभर के लोगों को लोकसभा चुनाव संपन्न होने के बाद अब एक नई सरकार का इंतजार है। 04 June 2024 को नतीजे सामने आते ही यह स्पष्ट हो जाएगा कि, नरेंद्र मोदी तीसरी बार देश के प्रधान सेवक बनेंगे या फिर नहीं। इसी बीच ज्योतिष ज्ञाताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राशिफल के आधार पर उनके भविष्य का आकलन पेश किया है। जिसके हिसाब से मोदी प्रचंड जीत के साथ एक बार फिर सत्ता संभालने वाले है।
भारतीय जनता पार्टी ने नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में इस बार जमकर प्रचार-प्रसार किया है। साथ ही 400 पार के नारे के साथ चुनावी मैदान में हुंकार भरी। वहीं, दूसरी तरफ विपक्षी नेताओं ने बीजेपी के इस नारे का जमकर मजाक बनाया। भले ही चुनावी प्रचार में कुछ भी हुआ हो, लेकिन इस चुनावी जंग में नरेंद्र मोदी का राशिफल उनके उज्जवल भविष्य की तरफ इशारा कर रहा है। मोदी के राशिफल के हिसाब से तीसरी बार भारत के प्रधानमंत्री बनने वाले है।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार पीएम मोदी के राशिफल की गणना कर उनके भविष्य और देश में आगे होने वाली संभावित घटनाओं का अंदाजा लगाया जा सकता है। नरेंद्र मोदी की जन्मतिथि 17 सितंबर 1950 के मुताबिक, जन्म की स्तिथि में उनकी कुंडली में चन्द्रमा और मंगल वृश्चिक राशि में विराजमान थे। वहीं, ग्यारहवें घर में सूर्य बुध, केतु और नेप्चयून विराजित थे। इसके अलावा बृहस्पति चौथे घर में शुक्र और शनि के आमने-सामने विराजमान थे।
विशेष है नरेंद्र मोदी की कुंडली
नरेंद्र मोदी की कुंडली में ग्रहों की विशेष स्तिथि के चलते कई शुभ योग बन रहे हैं। जिसके कारण ही वह राजनीति में शीर्ष तक पहुंचने में सफल रहे है। आज की स्तिथि में उनकी कुंडली में शनि अस्त है और 29 डिग्री का है। मौजूदा समय में चंद्रमा में भी शनि चल रहा है, जिससे शुभ योगों का निर्माण हो रहा है।
पाक-चीन से हो सकती है जंग
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार बीजेपी को कुंडली को देखे तो पार्टी 400 पार नारे से दूर नजर आ रही है। हालांकि नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में फिर से सरकार बनाने में सफल रहेगी। दूसरी तरफ फरवरी 2026 में ग्रहों के जो योग बन रहे है, उसे देखते हुए पीओके में विद्रोह भड़कने के साथ-साथ पाक-चीन के साथ जंग के आसार बन रहे है। हालांकि, ज्योतिष के जानकार कहते है, तमाम संभावित घटनाओं में हानि के बाबजूद भारत जीत के पथ पर अग्रसर रहने वाला है।
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं पर आधारित है। Hari Bhoomi इसकी पुष्टि नहीं करता है।