Unlucky Plants for Home: प्रकृति और ऊर्जा के नियमों पर आधारित भारतीय संस्कृति का एक प्राचीन विज्ञान है, जिसे हम वास्तु शास्त्र के नाम से जानते है। वास्तुशास्त्र के अनुसार ही अधिकांश लोग अपने घर का निर्माण अथवा उसमें रखी जाने वाली वस्तुओं की सही दिशा का निर्धारण करते हैं। इसी कड़ी में वास्तु विज्ञान में घर में कुछ पौधों को लगाना अशुभ माना गया है। उन्हीं में एक है पीपल का पौधा। चलिए जानते है पीपल के पौधे से जुड़े वास्तु नियम -
घर में पेड़ लगाने का अर्थ
(Ghar me Ped Lagane ka Arth)
वास्तुशास्त्र कहता है कि, शुभ पेड़ों को घर के बाहर सही दिशा में लगाने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है। शुभ फल पाने के लिए आप घर के बाहर बेड़ का पेड़ लगा सकते है। लेकिन, दूसरी तरफ घर में या घर के बाहर अथवा घर की छत पर, कभी-कभी अचानक से ऐसे पौधे उग आते है, जो नकारात्मक ऊर्जा प्रवाहित करते है। ऐसा ही होता पीपल का पौधा, जो अक्सर घरों में बिना किसी जगह के उग आता है। इसे अशुभ माना गया है, जिसकी वजह से हानि संभव है।
वास्तु को समझने वाले लोग बताते है कि, एक हजार से कम पत्तियों वाले पीपल को पौधे के रूप में माना जाता है। यदि ये पौधे सही जगह पर नहीं उगे है, तो इन्हें निकाला जा सकता है। आप चाहे तो इसे उस जगह से निकालकर दूसरी जगह लगा सकते हैं। लेकिन 1 हजार से अधिक पत्तों वाले पीपल को न उखाड़े।
पीपल के पौधे के बारे में-
कहा जाता है कि, घर में लगा हुआ पीपल पूर्व दिशा में नहीं होना चाहिए। यदि ऐसा होता है तो व्यक्ति वके मन में भूत-प्रेत और आत्माओं का भय बना रहता है। यही नहीं, जैसे-जैसे पेड़ बड़ा होने लगता है तो जीवन में आर्थिक समस्याओं से जूझना पड़ता है।
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं व जानकारियों पर आधारित है। Hari Bhoomi इसकी पुष्टि नहीं करता है।)