Hindenburg Research: शॉर्ट सेलर फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च ने SEBI चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच और उनके पति धवल बुच पर लगाए गए आरोपों के जवाब में नए सवाल खड़े किए हैं। रविवार देर रात हिंडनबर्ग ने X (पूर्व में ट्विटर) पोस्ट में कहा कि SEBI चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच के जवाब ने कई अहम तथ्यों की पुष्टि की है और साथ ही कुछ नए सवाल भी खड़े किए हैं।
रिसर्च फर्म ने माधवी बुच के जवाब को लेकर किए दावे
हिंडनबर्ग ने कहा कि माधबी बुच के जवाब से यह साफ हो गया है कि उनके और उनके पति का निवेश बरमूडा/मॉरीशस के एक अस्पष्ट फंड में था, जिसे उनके पति के बचपन के दोस्त द्वारा चलाया जाता था, जो उस समय अडाणी समूह के डायरेक्टर थे। SEBI की अडाणी मामले में जांच पर सवाल उठाते हुए हिंडनबर्ग ने कहा कि SEBI को अडाणी से संबंधित उन निवेश फंडों की जांच का जिम्मा सौंपा गया था, जिनमें माधबी बुच ने खुद निवेश किया था। यह वही फंड था जिसे हमारी मूल रिपोर्ट में हाइलाइट किया गया था।
SEBI Chairperson Madhabi Buch’s response to our report includes several important admissions and raises numerous new critical questions.
— Hindenburg Research (@HindenburgRes) August 11, 2024
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अगोरा एडवाइजरी फर्म की मालकिन हैं माधवी बुच
- इसके अलावा, हिंडनबर्ग ने दावा किया है कि SEBI चेयरपर्सन बनने से पहले माधबी पुरी बुच द्वारा स्थापित की गई दो कंसल्टिंग फर्म उनकी नियुक्ति के बाद निष्क्रिय हो गईं, लेकिन उनके पति ने 2019 में उनका कार्यभार संभाल लिया।
- हिंडनबर्ग ने एक पोस्ट में बताया कि 31 मार्च, 2024 तक की शेयरहोल्डिंग लिस्ट के अनुसार, अगोरा एडवाइजरी लिमिटेड (इंडिया) का 99% मालिकाना हक अब भी माधबी पुरी बुच के पास है, न कि उनके पति के पास। इसके अलावा, सिंगापुर के रिकॉर्ड के अनुसार, माधबी पुरी बुच 16 मार्च, 2022 तक अगोरा पार्टनर्स सिंगापुर की 100% शेयरधारक थीं, और SEBI होल टाइम मेंबर के रूप में अपने पूरे कार्यकाल के दौरान इसकी मालिक रही थीं।
Buch’s statement also claims that the two consulting companies she set up, including the Indian entity and the opaque Singaporean entity “became immediately dormant on her appointment with SEBI” in 2017, with her husband taking over starting in 2019.
— Hindenburg Research (@HindenburgRes) August 11, 2024
Per its latest shareholding… pic.twitter.com/gh7jS3zJKZ
माधवी ने बिजनेस के लिए पर्सनल ईमेल का यूज किया
हिंडनबर्ग ने SEBI चेयरपर्सन के होने का दावा करने वाले एक पर्सनल ईमेल की कॉपी भी साझा की, जिसमें आरोप लगाया कि माधबी पुरी बुच ने SEBI के पूर्णकालिक सदस्य के रूप में कार्य करते हुए अपने पति के नाम का उपयोग करके बिजनेस करने के लिए अपने पर्सनल ईमेल का इस्तेमाल किया। इसके साथ ही सवाल उठाया गया कि ऑफिशियल पोस्ट पर रहते हुए SEBI चेयरपर्सन ने अपने पति के नाम से और कौन से निवेश या व्यवसाय किए हैं?
The Singaporean consulting entity she set up doesn’t publicly report its financials like revenue or profit so it’s impossible to see how much money this entity has earned during her time at SEBI.
— Hindenburg Research (@HindenburgRes) August 11, 2024
The Indian entity, still 99% owned by the SEBI Chairperson, has generated INR… pic.twitter.com/NXQkOsSkgD
सेबी चीफ और अडाणी ग्रुप पर हिंडनबर्ग के आरोप
हिंडनबर्ग रिसर्च ने रिपोर्ट में दावा किया है कि SEBI की चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच और उनके पति धवल बुच का अडाणी समूह द्वारा इस्तेमाल किए गए ऑफशोर फंड्स में हितों का टकराव हो सकता है। जिससे अडाणी समूह की जांच में अनियमितताएं हुईं। इसके बाद SEBI और माधबी पुरी बुच ने इन आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि बतौर चेयरपर्सन सही समय पर सभी जरूरी जानकारियां दी गई हैं और कोई भी हितों का टकराव नहीं हुआ है। यह सिर्फ हमारा चरित्र हनन करने का एक प्रयास है।