Portfolio Clean-up: स्टॉक मार्केट में निवेश करने वालों के लिए साल में एक बार अपने पोर्टफोलियो का रिव्यू करना जरूरी है, ताकि निवेशक के फाइनेंशियल गोल्स के साथ तालमेल बना रहे। दिवाली के मौके पर पोर्टफोलियो में कांट-छांट यानी सफाई करना भारत में आम परंपरा है और इसका व्यावहारिक महत्व भी है। यह समय ओल्ड इन्वेस्टमेंट के एनालिसिस करने और नए निवेश करने के लिए शुभ माना जाता है।
क्लीन-अप के बाद फिर से बेहतर निवेश के अवसर पर रखें नजर
पोर्टफोलियो क्लीन-अप से खराब प्रदर्शन वाले या स्थिर इन्वेस्टमेंट को हटाने से परफॉर्मेंस में सुधार होता है, जिससे बेहतर मौकों पर फिर से निवेश कर आप अपनी रिटर्न क्षमता को बढ़ा सकते हैं। इसके अलावा पोर्टफोलियो में विविधता लाकर जोखिम या नुकसान को कम करने में मदद मिलती है। आइए जानते हैं, दिवाली पर इन्वेस्टमेंट पोर्टफोलियो को दुरुस्त रखने के 7 अहम उपाय...
1) अपने टारगेट का रिव्यू करें:
सबसे पहले, अपने पोर्टफोलियो का मूल्यांकन करें और सुनिश्चित करें कि यह आपके वित्तीय लक्ष्यों और जोखिम सहनशीलता के अनुसार है। समय के साथ आपके लक्ष्यों में बदलाव हो सकता है, जैसे कि सामान्य संपत्ति निर्माण से रिटायरमेंट, शिक्षा, या घर खरीदने तक।
2) लो परफॉर्मेंस वाले इन्वेस्टमेंट को हटाएं
अपने पोर्टफोलियो में ऐसे निवेश खोजें जो आपके लक्ष्यों को पूरा नहीं कर रहे हैं। अगर कोई फंड पिछले 2-3 वर्षों से प्रदर्शन नहीं कर रहा है, तो उस राशि को बेहतर एसेट्स में निवेश करें।
3) डायवर्स पोर्टफोलियो बनाएं
अपने जोखिम सहनशीलता, निवेश अवधि और वित्तीय लक्ष्यों को ध्यान में रखते हुए इन्वेस्टमेंट में विविधता लाएं। इसे संतुलित करने के लिए पोर्टफोलियो की लिक्युडिटी का भी वैल्यूएशन करें ताकि लॉन्ग टर्म और शॉर्ट टर्म जरूरतों के बीच बैलेंस बना रहे।
4) फोकस्ड अप्रोच रखें
एक फोकस्ड स्ट्रैटजी के साथ निवेशक रिटर्न को अधिकतम कर सकते हैं और जोखिम को संतुलित कर लॉन्ग टर्म टारगेट को हासिल कर सकते हैं। मिड-कैप और स्मॉल-कैप इन्वेस्टमेंट से जोखिम बढ़ सकता है, इसलिए एसेट एलोकेशन का वैल्यूएशन करें।
5) सोने में इन्वेस्टमेंट पर ध्यान दें
सोने को महंगाई और आर्थिक अनिश्चितताओं के खिलाफ एक सुरक्षित निवेश माना जाता है। अपने पोर्टफोलियो का 5-10% सोने में निवेश करें और जरूरत के हिसाब से इसमें बदलाव करें।
6) फिक्स्ड-इनकम में निवेश करें
फिक्स्ड-इनकम निवेश जैसे डेट प्रोडक्ट्स पर ध्यान दें, खासकर ब्याज दरों में संभावित कटौती के मद्देनजर। इससे पोर्टफोलियो का बैलेंस मजबूत होता है और स्थिरता आती है।
7) समान निवेशों का संयोजन करें
अगर आपके पास एक ही श्रेणी के कई फंड्स हैं, तो उन्हें एडजस्ट करें। इस तरह से ज्यादा डायवर्सिफिकेशन से बचें और रिटर्न में स्थिरता बनाए रखें। विशेषज्ञों के अनुसार, पोर्टफोलियो को अधिक विविध बनाने के लिए अमेरिकी बाजारों जैसे अन्य क्षेत्रों में भी निवेश करें।
दिवाली पर पोर्टफोलियो की साफ-सफाई यानी क्लीन-अप करके निवेशक अपने लक्ष्यों के साथ इन्वेस्टमेंट को प्रॉफिटेबल बनाए रख सकते हैं और अपने भविष्य की फाइनेंशियल ग्रोथ के लिए पोर्टफोलियो को बैलेंस और डायवर्स बनाए रख सकते हैं।