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Ganpati Bappa: देशभर में 10 दिवसीय गणेश चतुर्थी का त्योहार बहुत धूमधाम और उत्साह के साथ मनाया जा रहा है। यह फेस्टिव सीजन का कारोबारियों के लिए शानदार होने की संभावना है। बाजार में खरीदारी की हलचल बढ़ गई है।

Ganpati Bappa: मध्य प्रदेश सहित देशभर में गणपति बप्पा मोरिया के उद्घोष के साथ ही दस दिवसीय गणेशोत्सव शुरू हो गया है। राजधानी भोपाल के बाजारों में चहल-पहल और खरीदारी से बाजार भी गुलजार होने लगे हैं। श्री गणेश उत्सव के दरमियान होने वाले व्यापार व्यवसाय को लेकर शहर के कारोबारी काफी उत्साहित है। व्यापारी और व्यापारिक संगठनों को उम्मीद है कि भोपाल, मध्य प्रदेश सहित देशभर में करीब 25 हजार करोड़ रुपए के व्यापार की उम्मीद है।

पंडाल पर न्यूनतम 50,000 रुपए का खर्च
कंफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीण खंडेलवाल के अनुसार गणेश चतुर्थी के दौरान मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, कर्नाटक, गुजरात, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, तमिलनाडु और गोवा जैसे राज्यों में आर्थिक गतिविधि में तेजी आती है। इन राज्यों में स्थानीय व्यापारियों के सर्वेक्षण के अनुसार लगभग 20 लाख से अधिक गणेश पंडाल स्थापित किए गए हैं। यदि प्रत्येक पंडाल पर न्यूनतम 50,000 रुपए का खर्च भी माना जाए, तो यह आंकड़ा 10,000 करोड़ रुपए से अधिक हो जाता है।

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मिठाई और घरेलू सामग्री की बिक्री
मध्यप्रदेश एफएमसीजी डिस्ट्रीब्यूटर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष सुनील जैन 301 के मुताबिक गणेश प्रतिमाओं का व्यापार 500 करोड़ से अधिक का अनुमान है। फूल, माला, फल, नारियल धूप और अन्य पूजन सामग्री की चिकी भी 500 करोड़ के करीब होती है। मिठाई की दुकानों और घरेलू व्यवसायों की बिक्री में 2000 करोड़ रुपए से अधिक की वृद्धि देखी जाती है। इसके अलावा परिवारों द्वारा  बड़े समारोहों और भोज के आयोजन के चलते कैटरिंग और स्नैक पर लगभग 3000 करोड़ रुपए का व्यापार होता है।

त्योहार पर कारोबार को लगेंगे पंख
भोपाल चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष तेजकुलपाल सिंह पाली के अनुसार गणेश चतुर्थी के दौरान पर्यटन और परिवहन व्यवसाय को भी बड़ा बढ़ावा मिलता है। ट्रेवल एजेंसिया, होटलों और परिवहन सेवाओं (जैसे बस. टैक्सी ट्रेन) की मांग में वृद्धि देखी जाती है. जिसका कारोबार 2000 करोड़ रुपए से अधिक हो सकता है। रिटेल और मचेंडाइज की बात करें तो त्योहार से संबंधित वस्त्र आभूषण, घर की सजावट और उपहार वस्तुओं की बिक्री भी 3000 करोड़ रुपए तक पहुंच सकती है। इसके अलावा कचरा प्रबंधन और पर्यावरणीय सेवाओं को भी बड़ा बढ़ावा मिलता है। इवेंट मैनेजमेंट कंपनियों को भी लगभग 5000 करोड़ रुपए का बिजनेस मिलेगा।

गणेश प्रतिमाओं की खूब हुई बिक्री
गणेश चतुर्थी पर घर-घर व पालो में गणेश प्रतिमाओं को विराजमान कर अनंत चतुर्थी तक आराधना की जाती है। शहर में लगभग लाखों हजार घरों व सैकड़ों स्थानों पर पंडाल लगाकर गणपति को विराजमान किया गया। शनिवार सुबह भी गणेश प्रतिमाओं की खूब बिक्री हुई। युवतियां, किशोरियां व बच्चे पूजन के बाद छोटी प्रतिमाओं को ले जाते नजर आए।

शहर में 2 टन से ज्यादा लड्डुओं का लगेगा भोग
भगवान गजानन को मोदक (मोतीचूर और बूंदी के लड्डू) का प्रसाद चढ़ाया जाता है। गणेश मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ लग गई। विधिवत पूजा के बाद श्रद्धालुओं ने भगवान को बूंदी के लड्डू व मोदक का भोग लगाया। शहर में ही करीब 10 से 11 क्विंटल लड्डू की बिक्री होने का अनुमान है। 

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