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Ola Electric Growth: अंतर्राष्ट्रीय ब्रोकरेज फर्म बर्नस्टीन ने रिपोर्ट में कहा है कि ओला इलेक्ट्रिक अपने टू-व्हीलर सेगमेंट में तेजी से बढ़त बना रही है और मुनाफे के मामले में अपने प्रतिस्पर्धियों से आगे निकल रही है।

Ola Electric Growth: ओला इलेक्ट्रिक ने इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर (E-2W) मार्केट में मार्जिन के मामले में बढ़त बना ली है और जल्द ही मुनाफे के करीब पहुंच सकती है। इंटरनेशनल ब्रोकरेज फर्म बर्नस्टीन की हालिया रिपोर्ट के मुताबिक, ओला इलेक्ट्रिक ने वित्त वर्ष 2025 की पहली तिमाही में 18.4% का ग्रॉस मार्जिन हासिल किया है, जो इसके प्रतिद्वंद्वियों TVS (14%), बजाज (12.3%) और एथर (7%) से कहीं ज्यादा है। इसके बाद गुरुवार (26 सितंबर) को ओला इलेक्ट्रिक के शेयरों में 3% से ज्यादा बढ़ोतरी हुई और शेयर 107.5 रुपए पर पहुंच गए।

ब्रोकरेज फर्म ने बताईं ओला की ग्रोथ की वजहें 
रिपोर्ट के अनुसार, ओला इलेक्ट्रिक की यह बढ़त तब भी बनी रही, जबकि इसकी प्रति यूनिट कस्टमर प्राइस उसके प्रतिस्पर्धियों से 10-25% कम है। इसके अलावा कंपनी का EBITDA मार्जिन -2% रहा, जो TVS (-7.9%), बजाज (-10.4%) और एथर (-37%) की तुलना में कहीं बेहतर है। ब्रोकरेज फर्म बर्नस्टीन का कहना है कि ओला की इस प्रतिस्पर्धात्मक बढ़त का श्रेय उसके आक्रामक लोकलाइजेशन, वर्टिकल इंटीग्रेशन और डायरेक्ट-टू-कस्टमर (D2C) बिजनेस मॉडल को जाता है।

15 अगस्त को ओला ने लॉन्च किया था Gen 3 प्लेटफॉर्म
ओला इलेक्ट्रिक को सरकार की PLI (प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव) और FAME सब्सिडी का भी फायदा मिला है, जिससे इसका वित्तीय प्रदर्शन मजबूत हुआ। कंपनी की तकनीकी प्रगति और 1 बिलियन डॉलर का निवेश भी इसे प्रतिस्पर्धियों से आगे बनाए हुए है। 15 अगस्त को ओला ने अपना Gen 3 प्लेटफॉर्म लॉन्च किया, जो इसके ग्रॉस मार्जिन को और बढ़ाएगा और कंपनी को स्थायी मुनाफे के करीब ले जाएगा।

ओला इलेक्ट्रिक बनाम TVS मोटर और Bajaj Auto

  • ओला इलेक्ट्रिक की TVS से बेहतर EBITDA प्रॉफिटेबिलिटी के पीछे कई कारण हैं: PLI और FAME सब्सिडी के लिए पात्रता, उच्च लोकलाइजेशन, अधिक इन-हाउस कंपोनेंट मैन्युफैक्चरिंग, D2C मॉडल के जरिए रेवेन्यू लीकेज से बचाव, EV मार्केट में बड़े पैमाने पर लाभ, जिससे मार्जिन में सुधार हुआ है। TVS ने हाल ही में अपने EV प्रोडक्ट्स को PLI लाभों के लिए प्रमाणित कराया है। जबकि इसके EV डिवीजन में -7.5% का EBITDA घाटा है, उम्मीद है कि ये सब्सिडी मिलने के बाद TVS मुनाफे में आ जाएगा।
  • वहीं, बजाज ऑटो अपने मोटर्स, बैटरी पैक्स और तकनीकी कनेक्टिविटी फीचर्स जैसे प्रमुख कंपोनेंट्स को आउटसोर्स करता है, जिससे उसकी लागत बढ़ जाती है। बजाज की चेतक स्कूटर में मेटल बॉडी का इस्तेमाल होता है, जबकि अन्य कंपनियां फाइबर बॉडी का उपयोग करती हैं, जिससे उसकी उत्पादन लागत अधिक होती है।

ओला इलेक्ट्रिक के शेयरों की क्या स्थिति है?
ओला इलेक्ट्रिक को लेकर बर्नस्टीन, गोल्डमैन सैक्स और बैंक ऑफ अमेरिका (BofA) आशावादी हैं। BofA के मुताबिक, ओला इलेक्ट्रिक लॉन्ग टर्म के लिए एक मजबूत ऑप्शन हो सकता है। आज 26 सितंबर को ओला इलेक्ट्रिक के शेयरों में 3% से ज्यादा बढ़ोतरी हुई और शेयर 107.5 रुपए पर पहुंच गए।

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