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RBI Ban IIFL Finance: आरबीआई की कार्रवाई के असर से IIFL फाइनेंस के स्टॉक मंगलवार को धराशायी हो गए और इनमें 20 फीसदी गिरावट के साथ लोअर सर्किट भी लगा है। 

RBI Ban IIFL Finance: रिज़र्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) के IIFL गोल्ड फाइनेंस पर प्रतिबंध लगाए हैं। इसका असर मंगलवार (5 मार्च) को स्टॉक मार्केट (Share Market) में गोल्ड लोन कंपनियों के शेयरों में साफतौर पर देखने को मिला। आईआईएफएल का शेयर एक ही दिन में 20 फीसदी (119.40 रुपए) टूटकर 477.75 रुपए पर आ गया। इसी के साथ गोल्ड लोन बांटने वालीं मणप्पुरम फाइनेंस लिमिटेड और मुथूट फाइनेंस लिमिटेड के स्टॉक में बंपर तेजी रही। मणप्पुरम फाइनेंस के शेयरों में 8% और मुथूट फाइनेंस के शेयरों ने 14% तक की बढ़ोतरी दर्ज की है।

जानिए, आईआईएफएल पर क्यों लगा बैन?
रिजर्व बैंक ने IIFL Finance के गोल्ड लोन पोर्टफोलियो में मटेरियल के सुपरविजन की चिंताओं को लेकर प्रतिबंधों लगाए हैं। रिपोर्ट में आईआईएफएल फाइनेंस के लोन अप्रूवल और डिफ़ॉल्ट होने पर नीलामी के दौरान सोने की शुद्धता, वजन की जांच और इसे प्रमाणित करने में बड़ी गड़बड़ी मिली थी। केंद्रीय बैंक की कार्रवाई का सीधा असर आज आईआईएफएल फाइनेंस के शेयरों पर नजर आया। फाइनेंस कंपनी के शेयर में 20 फीसदी की बड़ी गिरावट आई। मंगलवार को IIFL Finance के स्टॉक में लोअर सर्किट भी लगा है।

इन 2 फाइनेंस कंपनियों की हुई बल्ले-बल्ले
मणप्पुरम फाइनेंस के शेयरों में सितंबर 2020 के बाद यह इंट्रा-डे का यह सबसे बड़ा उछाल आया है। NSE पर यह स्टॉक 4 प्रतिशत के अपर सर्किट के साथ 192 रुपए पर पहुंच गया। दूसरी ओर, मुथूट के शेयरों ने जून 2020 के बाद मंगलवार को सबसे बड़ी वृद्धि दर्ज की, जो पांच दिनों से जारी है। मुथूट फाइनेंस के शेयर 1,398.05 रुपए पर कारोबार करते नजर आए, इन शेयरों में पिछली क्लोजिंग के मुकाबले 4 प्रतिशत की तेजी आई है।

कंपनी कहा- KYC नियमों में कोई खामी नहीं
IIFL Finance ने कॉन्फ्रेंस कॉल एड्रेस में आरबीआई के प्रतिबंधों के असर पर चर्चा की और भरोसा दिलाया कि निवेशकों पर इसका अधिक प्रभाव नहीं होगा। साथ ही कंपनी ने कहा RBI की रिपोर्ट में नियमों या KYC-AML को लेकर कोई कमी सामने नहीं आई है। कंपनी की रिकवरी प्रोसेस पर कोई प्रतिबंध नहीं है और जल्द ही केंद्रीय बैंक को कंप्लायंस रिपोर्ट सबमिट करेंगे।   

IIFL पर ब्रोकरेज फर्म्स की क्या राय है?
Motilal Oswal का मानना ​​है कि यह IIFL के लिए एक बड़ा झटका है। क्योंकि कंपनी के AUM (असेट अंडर मैनेजमेंट) में गोल्ड लोन की हिस्सेदारी 32 फीसदी के आसपास है। कंपनी को जल्द मामले का निकाकरण करना चाहिए। हालांकि, अभी यह साफ नहीं है कि प्रतिबंध कब तक लागू रहेंगे। दूसरी ओर, जेफरीज ने आईआईएफएल के शेयर पर बाय रेटिंग जारी रखी और 765 रुपए का टारगेट तय किया है।

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